गडकरी ने अफसरों से पूछा ठेकेदार से हफ्ता मिल रहा है क्या?
Corruption scandal: बैतूल। मोदी सरकार के एक वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री जब दूसरे केंद्रीय मंत्री के जिले में पहली बार कार से आते हैं तो जिले की फोरलेन बदहाल सड़क को देखकर जो प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं उस प्रतिक्रिया पर राजनैतिक हल्को में तीखी चर्चा हो रही है कि क्या भाजपा में सबकुछ ठीक नहीं है। वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को दूसरे केंद्रीय मंत्री डीडी उइके के संसदीय क्षेत्र के बैतूल जिले के अधिकारियों के लिए सार्वजनिक रूप से टिप्पणी करने की जरूरत क्यों पड़ गई?। क्या इस टिप्पणी से बैतूल के सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री डीडी उइके की छवि पर विपरीत प्रभाव नहीं पड़ा? वैसे तो नितिन गडकरी सार्वजनिक रूप से कई बार ऐसी टिप्पणी करते रहते हैं जो कि भाजपा और सरकार के प्रभाव पर विपरीत असर डालती है लेकिन बैतूल के साथ यह पहली बार हुआ है। उन्होंने नागपुर से भौंरा के पास चूरना सेंचुरी जाते समय बैतूल-भोपाल फोरलेन की जो दुर्दशा देखी उस पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने अधिकारियों को भी आड़े हाथों लिया। गौरतलब है कि 2019 से बैतूल-हरदा-हरसूद संसदीय क्षेत्र के सांसद डीडी उइके को 2024 में मोदी सरकार ने जनजातिय विभाग का केंद्रीय राज्यमंत्री बनाया गया है।

क्या तुम्हें हफ्ता मिल रहा है-गडकरी
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए करते हुए कहा कि मैं नागपुर से बैतूल फारेस्ट में गया था। बैतूल से इटारसी के बीच 8 किमी. (बरेठा घाट) रास्ता फारेस्ट के कारण 6-7 साल से खराब(बंद) पड़ा हुआ है। रास्ते की क्वालिटी भी बैतूल के आगे ठीक नहीं है। जब मैंने प्रोजेक्ट डायरेक्टर (पीडी) और रीजनल ऑफिसर(आरओ) को बुलाया तो वे मिलने के लिए आए। मैंने उनसे पूछा क्यों आपको दिखाई नहीं देती है कि सड़क की क्वालिटी कैसी है? वे बोले दिखती है। मैंने कहा या तुम्हें हफ्ता मिल रहा है या कांट्रेक्टर से?। बोले नहीं। तो मैंने कहा तुमने क्यों नहीं ठीक किया?। जो टेन ईयर डिफेक्ट लाईबलिटी है उसमें मुझे पता चला कि मैं कांट्रेक्टर के पीछे लगने के बजाए अधिकारियों के पीछे लगूं। जब डिफेक्ट लाईबलिटी है तो कितने लोग रिपेयर कर रहे हैं? हमारे यहां रिपेयर करने के नाम पर कागज में ही इंट्री हो जाती है बस।
मैं क्यों गाली खाऊं: गडकरी
आज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि मैंने (गडकरी) बात की है कि साइन बोर्ड लगाकर जनता को यह मालूम हो जाए कि मंत्री कौन है, सैके्र टरी कौन है, फोन नंबर क्या है, कौन सा कांट्रेक्टर है, कौन एक्जक्यूटिव इंजीनियर था उसका फोन नंबर सब डिटेल दिया जाए ताकि प्रेस वाले मेरा फोटो क्यों छापे, मैं क्यों गाली खाऊं। गड्ढे वाले रोड के ठेकेदार का भी फोटो छपे। कंस्लेंटेंट का भी फोटो छपे, सैके्रटरी का भी फोटो छपे। सोशल मीडिया पर में मैं जवाब क्यों देते घूमू। जो खराब काम करेंगे वो खाएंगे। पता चलेगा लोगों को।
11 साल में अकेले मंत्री जिनका नहीं बदला विभाग
2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पहली बार भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार केंद्र में बनी थी। उस समय बैतूल के पड़ोसी जिले नागपुर के सांसद एवं भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी को मोदी सरकार में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री बनाया गया था। गडकरी 2010 से 2013 तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। 52 वर्ष की आयु में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने वाले वे सबसे कम उम्र के थे। 2019 में दोबारा मोदी सरकार में भी वे केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री बनाए गए। इसी तरह से 2024 में भी वे इसी विभाग का दायित्व संभाल रहे हैं। पार्टी में उनके कद और वरिष्ठता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उनके बाद अमित शाह राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे। 11 साल की मोदी सरकार में वे अकेले ऐसे मंत्री है जिनका विभाग नहीं बदला है।
मीडिया ट्रायल के बाद गडकरी ने दी सफाई
राजनैतिक गलियारों में यह चर्चा चल रही है कि कांग्रेस जिला अध्यक्ष निलय डागा के नेतृत्व में कार्यकर्ता और ग्रामीण सड़क को लेकर कुंडी टोल पर ज्ञापन देने पहुंचे थे लेकिन गडकरी का काफिला टोल के आगे कुछ क्षण रूकने के बाद आगे बढ़ गया था जिससे लगा था कि वह तो कांग्रेस का ज्ञापन लेना चाहते थे लेकिन उनके वाहन को आगे बढ़ावा दिया गया था। और यह दृश्य कैमरे में कैद हो गया था। इसके बाद मीडिया के सभी प्लेटफार्मों पर कांग्रेसियों और मीडिया समूहों ने भड़ाभड़ नितिन गडकरी को ट्रोल करना प्रारंभ कर दिया था जिसको लेकर आमजन की भी सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया आई थी। चर्चा है कि इसके बाद वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को सफाई देने के लिए सोशल मीडिया पर सामने आना पड़ा और उन्होंने बैतूल-इटारसी फोरलेन का ठीकरा अधिकारियों और ठेकेदार पर फोड़ दिया।
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