जर्जर भवन की समस्या का अब तक नहीं हुआ समाधान
Dilapidated: बैतूल। घोड़ाडोंगरी विकासखंड की ग्राम पंचायत सातलदेही के अंतर्गत आने वाली प्राथमिक शाला कैली ढाना की स्थिति अत्यंत चिंताजनक बनी हुई है। विद्यालय का भवन अत्यधिक जर्जर हो चुका है, जिससे बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। वर्ष 2024-25 में ही इस संबंध में सूचना ग्राम पंचायत सातलदेही, बीआरसी कार्यालय तथा बीईओ कार्यालय को दी जा चुकी थी। परंतु अब तक इस समस्या का कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला गया है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए संकुल प्राचार्य बटकीडोह ने आदेश क्रमांक 811(ए) के तहत 1 जुलाई से 31 अक्टूबर 2025 तक के लिए अस्थायी रूप से नजदीकी प्राथमिक शाला कैली में कक्षाओं के संचालन के आदेश दिए थे। कैलीढाना शाला में वर्तमान में 16 विद्यार्थी पंजीकृत हैं तथा 2 शिक्षक पदस्थ हैं। वहीं प्राथमिक शाला कैली में भी 2 शिक्षक हैं, जिनमें से एक वर्तमान में गोलीढाना में अटैच हैं और एक अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं।
इस कारण दोनों शालाओं पर कार्यभार बढ़ गया है।
अब आदेश में दी गई 4 माह की अवधि समाप्त हो चुकी है, परंतु जर्जर भवन की समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है। इस अवधि के दौरान भी बीईओ, बीआरसी तथा डीपीसी कार्यालयों को कई बार आवेदन दिए गए, लेकिन किसी स्तर पर ठोस कार्यवाही नहीं हुई। वर्तमान में प्राथमिक शाला कैली ढाना के पास न तो भवन उपलब्ध है, न ही शाला दस्तावेजों को सुरक्षित रखने की कोई व्यवस्था है। शिक्षकों के सामने अब यह बड़ी समस्या है कि वे कक्षा संचालन कहां करें और शैक्षणिक अभिलेख कहां रखें। ग्रामीणों और शिक्षकों का कहना है कि प्रशासन को तुरंत इस ओर ध्यान देकर शाला भवन का पुनर्निर्माण या वैकल्पिक भवन की व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि बच्चों की पढ़ाई निरंतर और सुरक्षित ढंग से हो सके।
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