दमकल की मुस्तैदी से टला बड़ा हादसा
Accident: बैतूल | बैतूल रेलवे स्टेशन पर सोमवार दोपहर एक बड़ा हादसा टल गया, जब कोयले से भरी मालगाड़ी के तीन से चार वैगनों से अचानक धुआं उठने लगा। यह मालगाड़ी स्टेशन की लूप लाइन में खड़ी थी, जिससे मुख्य रेल यातायात प्रभावित नहीं हुआ।
🔥 आग लगने की वजह: सेल्फ इग्निशन (स्वतः सुलगना)
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि कोयले में सेल्फ इग्निशन यानी स्वतः सुलगने की प्रक्रिया के कारण आग लगी। विशेषज्ञों के अनुसार, यह तब होता है जब कोयले का तापमान धीरे-धीरे बढ़ता है और ऑक्सीजन की मौजूदगी में वह खुद ही जल उठता है।
🚒 दमकल और रेलवे विभाग ने तत्परता दिखाई
जैसे ही धुएं की सूचना मिली, रेलवे अधिकारियों और दमकल विभाग की टीम ने तुरंत मोर्चा संभाला। आग की तीव्रता ज्यादा नहीं थी, लेकिन अगर समय पर कार्रवाई नहीं होती, तो बड़ा नुकसान हो सकता था।
दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंची, और करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।
🚆 यातायात पर नहीं पड़ा कोई असर
रेलवे प्रशासन ने पुष्टि की है कि इस घटना से कोई जनहानि नहीं हुई और न ही यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई है। चूंकि मालगाड़ी लूप लाइन में खड़ी थी, मुख्य लाइन पर किसी भी ट्रेन के संचालन में बाधा नहीं आई।
🔍 रेलवे विभाग ने शुरू की जांच
रेलवे विभाग ने आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी है। साथ ही, भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सतर्कता संबंधी दिशानिर्देश भी तैयार किए जा रहे हैं।
📌 क्या है सेल्फ इग्निशन?
कोयले में एक विशेष गुण होता है, जिसमें वह धीरे-धीरे ऑक्सीकरण होकर गर्म होता जाता है। अगर यह प्रक्रिया लंबे समय तक चलती रहे और तापमान बढ़ता जाए, तो वह अपने आप जल सकता है, जिसे “सेल्फ इग्निशन” कहते हैं।
✅ स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में
रेलवे और प्रशासन की तत्परता से बड़ा हादसा टल गया और बैतूल स्टेशन पर हालात अब सामान्य हैं। कोयले के वैगनों को हटाया जा रहा है और सुरक्षा की दृष्टि से अन्य वैगनों की भी जांच की जा रही है।
साभार…
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