Busted: चाय के शौकीनों के लिए एक चेतावनी है। नकली चायपत्तियों में स्वास्थ्य के लिए खतरनाक चीजों की मिलावट की जाती है, जैसे कि नारियल की भूसी, लकड़ी का बुरादा, आर्टिफिशियल कलर और सैंडस्टोन। यह मिलावट स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल सकती है, जैसे स्किन एलर्जी, पाचन संबंधी समस्याएं और लंबी अवधि में गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं।
असली चायपत्ती की पहचान: असली चायपत्ती को बागानों से तोड़कर फैक्ट्रियों में सुखाया जाता है, फिर कटिंग और दानेदार बनाने के बाद पैक किया जाता है। असली चायपत्ती का रंग काला और शुद्ध होती है, जबकि मिलावटी चायपत्तियों में आर्टिफिशियल रंग और अन्य मिलावटें हो सकती हैं।
स्वास्थ्य पर असर: मिलावटी चाय पत्तियां कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकती हैं, जैसे:
- स्किन एलर्जी और पाचन संबंधी समस्याएं।
- लंबे समय तक सेवन से गंभीर समस्याएं जैसे किडनी, लिवर पर असर और कैंसर का खतरा हो सकता है।
- फैट बर्निंग में कमी और शरीर में अतिरिक्त विषाक्त पदार्थों का इकट्ठा होना।
असली चाय के फायदे: असली चाय अगर सही तरीके से तैयार की जाए तो यह सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है:
- अदरक की चाय में एंटी वायरल कंपाउंड होते हैं, जो वायरल इंफेक्शन से बचाते हैं।
- ग्रीन टी नर्वस सिस्टम को शांत करती है और वजन कम करने में मदद करती है।
- ब्लैक टी में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाते हैं।
- लेमन टी कम कैलोरी वाली होती है, जो वजन घटाने में मदद करती है।
दूध वाली चाय के नुकसान: दूध वाली चाय से एसिडिटी, कब्ज, गैस, और अन्य पाचन समस्याएं हो सकती हैं। इसे अधिक मात्रा में पीने से अनिद्रा, मुंहासे और तनाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
कितनी चाय पीनी चाहिए: अगर आप दूध वाली चाय पी रहे हैं, तो 1 से 2 कप, और अगर ग्रीन या ब्लैक टी पी रहे हैं, तो 2 से 3 कप तक पी सकते हैं। इसलिए, नकली चायपत्ती से बचने के लिए चाय खरीदते समय गुणवत्ता की जांच करें और असली चाय का चयन करें।
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