अमित शाह और मुख्यमंत्री यादव लेंगे सत्र, संवाद और अनुशासन पर रहेगा जोर
Camp: पचमढ़ी, मध्यप्रदेश | मध्यप्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक विशेष तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया है। 14 से 16 जून तक चलने वाले इस शिविर में पार्टी के सांसदों और विधायकों को भाजपा की विचारधारा, संगठनात्मक कार्यशैली, संवाद कौशल और जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारियों से जुड़े विविध पहलुओं पर मार्गदर्शन दिया जाएगा।
अमित शाह देंगे संवाद कौशल का मंत्र
प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन सत्र केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संबोधन से होगा। वह भाजपा की वैचारिक यात्रा, जनसंघ से लेकर भाजपा तक के सफर, और संवाद कौशल पर विशेष सत्र लेंगे। उनके साथ मंच पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री “विकसित मध्यप्रदेश 2047: अवसर और चुनौतियाँ” विषय पर विचार रखेंगे।
सुबह 6 बजे से अनुशासित दिनचर्या
प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत रोजाना सुबह 6 बजे जागरण से होगी। इसके बाद 7 बजे योग, प्राणायाम और प्रार्थना का सत्र रखा गया है। दिनभर चार से पाँच विषयक सत्र होंगे, जिनमें संवाद, डिजिटल आचरण, प्रशासनिक समन्वय, विचारधारा, समय प्रबंधन जैसे व्यावहारिक विषयों को शामिल किया गया है।
वरिष्ठ नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के विशेष सत्र
- भूपेंद्र यादव: समय प्रबंधन और लोक व्यवहार पर मार्गदर्शन
- डॉ. महेंद्र सिंह: “हमारा विचार” और “पंच प्रण” की व्याख्या
- सीआर पाटिल: वक्तव्य कौशल और मोबाइल शिष्टाचार
- शिवराज सिंह चौहान: मोदी सरकार की नीतियाँ और विकसित भारत की संकल्पना
- विनोद तावड़े: मीडिया और इंटरनेट शिष्टाचार
- शिवप्रकाश (राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री): संगठन, परिवार और प्रशासनिक समन्वय
- स्वप्निल कुलकर्णी: आरएसएस की विचारधारा और पंच परिवर्तन
- बीएल संतोष: समापन सत्र में सवाल-जवाब और संवाद
प्रतिभागियों को तीन वर्गों में बाँटा गया
शिविर के संचालन को सुव्यवस्थित करने के लिए सांसदों और विधायकों को तीन समूहों में विभाजित किया गया है:
- पहली-दूसरी बार के विधायक: मार्गदर्शन – सांसद सुधीर गुप्ता, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा
- वरिष्ठ विधायक: मार्गदर्शन – उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, विधायक प्रदीप लारिया और हरिशंकर खटीक
- सांसद वर्ग: संवाद – केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक और दुर्गादास उइके
लक्ष्य: 2029 और 2047 के विजन को मजबूत करना
भाजपा नेतृत्व इस शिविर के माध्यम से जनप्रतिनिधियों को सिर्फ वैचारिक रूप से नहीं, बल्कि व्यवहारिक रूप से भी 2029 के लोकसभा चुनाव और 2047 के विकसित भारत लक्ष्य के प्रति तैयार करना चाहता है। शिविर में डिजिटल युग के अनुरूप संवाद और जनसंपर्क के तरीकों पर भी जोर रहेगा।
साभार…
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