असर: बैतूलवाणी की खबर का संज्ञान लिया गंगाबाई ने
जन जागरण अभियान भाग-5
Campaign: बैतूल। आजादी के बाद से आज तक बैतूल जिला मुख्यालय से मात्र 12 किमी. दूर आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र खमालपुर के आसपास कई जगह लाइट नहीं पहुंची है। इसी को लेकर सांध्य दैनिक बैतूलवाणी ने मुहिम चलाई है। इसी क्षेत्र में प्रसिद्ध आस्था का केंद्र हनुमान डोल भी है जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं लेकिन बिजली के अभाव में शाम के पहले ही मंदिर में सभी आयोजन पूरे करने होते हैं। बैतूलवाणी ने इसी क्षेत्र के किसानों की पीड़ा को भी सामने लाया था। खमालपुर, बागदेव, रैय्यतवाड़ी सहित हनुमानडोल रोड के सैकड़ों किसानों को बिजली के अभाव में डीजल पंप से खेती करना पड़ रहा है। अखबार की खबर पर क्षेत्र की जुझारू विधायक श्रीमती गंगा बाई उइके ने संज्ञान लिया है।
मंत्री को लिखा पत्र

घोड़ाडोंगरी क्षेत्र की विधायक श्रीमती गंगा बाई उइके ने समाचार पर स्वत: संज्ञान लेते हुए प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्र सिंह तोमर को पत्र लिखा है। पत्र के अनुसार बैतूल रानीपुर मार्ग पर बैतूल से 12 किमी. दूर प्रसिद्ध हनुमान डोल मंदिर में साल भर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति रहती है। लेकिन मंदिर में विद्युत व्यवस्था ना होने के कारण शाम के पूर्व ही श्रद्धालुओं को जाना पड़ता है। विधायक के पत्र के अनुसार उन्होंने हनुमान डोल से 2 किमी. की दूरी पर स्थित ग्राम खमालपुर से हनुमानडोल तक विद्युतीकरण की मांग की है। इसी 2 किमी. के मार्ग पर आदिवासियों के खेतबाड़ी है। इस विद्युतीकरण से मंदिर के अलावा सबसे बड़ा लाभ इन आदिवासी किसानों को होगा।
पहल करने वाली पहली विधायक
खमालपुर क्षेत्र घोड़ाडोंगरी विधानसभा के अंतर्गत आता है। और यह विधानसभा शुरू से आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित है। आजादी के बाद यह क्षेत्र बैतूल डबल विधानसभा के रूप में शामिल था। लेकिन 1962 में यह पृथक विधानसभा के रूप में गठित हुई। उसके बाद से इस सीट पर हुए चुनाव में जनसंघ से जंगू सिंह, माडू सिंग, जनता पार्टी से जंगू सिंह, रामजीलाल उइके, सज्जनसिंह उइके, गीता रामजीलाल उइके, मंगलसिंह धुर्वे और अब श्रीमती गंगा बाई उइके विधायक निर्वाचित हुई हैं। इस तरह से इस सीट पर कांग्रेस से विश्राम सिंह मवासे, मीरा धुर्वे, प्रताप सिंह उइके और ब्रम्हा भलावी विधायक बने हैं। लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि ने इस समस्या के हल के लिए गंभीर प्रयास नहीं किए। पहली बार क्षेत्र की सक्रिय विधायक श्रीमती गंगाबाई आगे आई है और अब ऐसा माना जा रहा है कि उनकी पहल से इस समस्या का निराकरण हो सकता है।
Leave a comment