Congress: हरियाणा कांग्रेस में सियासी हलचल तेज हो गई है। चुनावी हार के चार महीने बाद पार्टी ने समीक्षा बैठक बुलाने का फैसला किया है। कांग्रेस अभी तक नेता विपक्ष का चयन नहीं कर पाई है, जबकि भाजपा सरकार कई अहम फैसले ले चुकी है।
मुख्य बिंदु:
✅ 6 मार्च को दिल्ली में बैठक – कांग्रेस के नए प्रभारी महासचिव बीके हरिप्रसाद ने बुलाई।
✅ नेता विपक्ष का चयन – भूपिंदर सिंह हुड्डा प्रमुख दावेदार, लेकिन हाईकमान अभी असमंजस में।
✅ प्रदेश अध्यक्ष पर मंथन – रणदीप सुरजेवाला या दीपेंद्र हुड्डा को मौका मिल सकता है।
✅ संगठन में बदलाव संभव – कई पद खाली, जिलाध्यक्षों की नियुक्ति भी एजेंडे में।
✅ गुटबाजी जारी – हुड्डा बनाम कुमारी सैलजा की खींचतान से कांग्रेस को नुकसान।
क्या हुड्डा की स्थिति कमजोर हो रही है?
- हुड्डा गुट अपने समर्थक विधायकों के दम पर नेता विपक्ष पद पाने की कोशिश में है।
- हाईकमान किसी नए चेहरे को मौका देकर संतुलन बना सकता है।
- कुमारी सैलजा अपनी दावेदारी मजबूत करने में जुटी हैं।
भविष्य की संभावनाएं:
🔹 अगर हुड्डा नेता विपक्ष बनते हैं – प्रदेश अध्यक्ष का पद किसी गैर-जाट नेता को दिया जा सकता है।
🔹 अगर सुरजेवाला या दीपेंद्र हुड्डा को अध्यक्ष बनाया जाता है – तो नेता विपक्ष का पद गैर-जाट नेता को दिया जाएगा।
🔹 अगर तीसरा विकल्प चुना गया – तो संगठन में बड़े बदलाव होंगे।
कुल मिलाकर, 6 मार्च की बैठक में कांग्रेस के भविष्य की दिशा तय होगी। क्या हुड्डा अपनी पकड़ बनाए रखेंगे, या कोई नया नेता उभरकर सामने आएगा? यह देखने लायक होगा।
source internet… साभार….
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