Fever: नई दिल्ली। कांगो बुखार, जिसे क्राइमेन-कांगो हेमोरेजिक फीवर (CCHF) भी कहा जाता है, एक गंभीर वायरल संक्रमण है जो मुख्य रूप से टिक्स (कृमि कीट) और अन्य संक्रमित कीटों के माध्यम से फैलता है। हाल ही में गुजरात में 51 वर्षीय व्यक्ति की इस बुखार से मौत हो गई, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है।
कांगो बुखार के प्रमुख लक्षण
- अचानक तेज बुखार: यदि बिना किसी स्पष्ट कारण के अचानक तेज बुखार हो और कई दिनों तक न उतरे, तो यह कांगो बुखार का संकेत हो सकता है।
- तेज सिरदर्द: यह सिर के पूरे हिस्से में तेज दर्द के रूप में महसूस हो सकता है और सामान्य दवाओं से ठीक नहीं होता।
- मांसपेशियों में दर्द: पूरे शरीर में मांसपेशियों में तेज दर्द होता है, जो धीरे-धीरे बढ़ सकता है।
- उल्टी और दस्त: संक्रमित व्यक्ति को गंभीर उल्टी और डायरिया हो सकता है।
- त्वचा पर लाल दाने: त्वचा पर लाल रंग के चकत्ते या रक्तस्राव के लक्षण दिख सकते हैं।
- खून की उल्टी: यह गंभीर अवस्था का संकेत है और तुरंत चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।
कांगो बुखार से बचाव के उपाय
- टिक्स और अन्य कीटों से बचाव:
- जंगलों और खुले क्षेत्रों में जाते समय पूरी बाजू के कपड़े पहनें।
- घास या झाड़ियों में बैठने से बचें।
- कीटनाशकों का उपयोग करें:
- घर और आसपास कीटनाशकों का छिड़काव करें।
- कीड़ों को भगाने वाले स्प्रे या क्रीम का उपयोग करें।
- व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें:
- अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन से धोएं।
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें।
- संक्रमित जानवरों से दूर रहें:
- पशुपालकों और किसानों को विशेष रूप से सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि यह संक्रमण पशुओं से भी फैल सकता है।
क्या करें अगर लक्षण दिखें?
- यदि आपको कांगो बुखार के लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- इस बीमारी के लिए कोई विशेष दवा या वैक्सीन उपलब्ध नहीं है, इसलिए बचाव ही सबसे अच्छा उपाय है।
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षा उपायों का पालन करने की सलाह दी है, ताकि इस घातक वायरस के प्रसार को रोका जा सके।
source internet… साभार….
Leave a comment