वन विभाग जुटा व्यवस्था सुधारने में
Havoc: रायसेन: देशभर में गर्मी अपने चरम पर है और उत्तर भारत के साथ-साथ मध्य प्रदेश में भी चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी का व्यापक असर देखा जा रहा है। रायसेन जिले के पर्यटन स्थलों पर इसका प्रभाव साफ नजर आ रहा है। ऐतिहासिक और विश्व धरोहर स्थल भीमबेटका सहित भोजपुर मंदिर में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की गई है।
भीमबेटका में सन्नाटा, गिरा पर्यटक आगमन
भीमबेटका की प्राचीन गुफाएं और रॉक पेंटिंग्स, जो आमतौर पर सैकड़ों पर्यटकों को आकर्षित करती हैं, इस समय गर्मी के कारण सुनसान हो चुकी हैं। पर्यटक अब तेज धूप और गर्मी से बचने के लिए इन स्थलों से दूरी बनाए हुए हैं। स्थानीय गाइड्स और दुकानदारों के मुताबिक, पिछले कुछ हफ्तों में पर्यटकों की संख्या 50% से ज्यादा घट गई है।
भोजपुर मंदिर में दोपहर सूनी, शाम को दिखता है रौनक
राजा भोज द्वारा निर्मित भोजपुर शिव मंदिर, जो भीमबेटका के समीप स्थित है, वहां भी गर्मी का असर साफ देखा जा सकता है। श्रद्धालु सिर पर तौलिया या गीले कपड़े रखकर भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। अधिकांश लोग दोपहर की बजाय शाम के समय मंदिर में पहुंच रहे हैं, जिससे दिन के समय मंदिर परिसर लगभग खाली दिखाई देता है।
वन विभाग सक्रिय, सुविधाओं में हो रहा सुधार
रातापानी टाइगर रिजर्व के अधीक्षक सुनील भारद्वाज ने बताया कि भीमबेटका आने वाले पर्यटकों के लिए विश्राम और पेयजल की विशेष व्यवस्था की जा रही है। वन विभाग की टीम ने पर्यटन स्थल पर बैठने की व्यवस्था, पानी के कूलर और छांव के इंतजाम की दिशा में काम शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि “पर्यटकों को गर्मी से राहत देने और अनुभव को बेहतर बनाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।”
खजुराहो में बुंदेली कलाकारों का जलवा
वहीं दूसरी ओर, खजुराहो में चल रहे सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान बुंदेली कलाकारों द्वारा प्रस्तुत नौरता नृत्य ने देशी-विदेशी पर्यटकों को खासा प्रभावित किया। भीषण गर्मी के बावजूद सांस्कृतिक उत्सवों में लोगों की रुचि बनी हुई है।
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