Indian Roof Farming – अब आप चाहे तो घर भीतर भी कर सकते है मसालों की खेती तो लगाएं हल्दी और अदरक सहित ये मसाले, ऐसे होगी पौसों में बरकत आज ही आप घर के अंदर धनिया की भी खेती कर सकते हैं। इसके लिए आपको आयताकार गमले की आवश्यकता होती है।
इसकी खेती आप किसी भी मौसम में कर सकते हैं।
रोजगार की तालश में लोग गांव से शहर की तरफ रूख कर रहे हैं। इससे शहरों के ऊपर जनसंख्या का दवाब ज्यादा बढ़ रहा है। इससे शहरों में खाने-पीने से लेकर हर चीजों के दामों में वृद्धि हो हैं। खास बात यह है कि लोगों को बहुत अधिक पैसे खर्च करने के बाद भी शुद्ध खाना नहीं मिल रहा है।
इससे उन्हें ऑर्गेनिक और शुद्ध खाना भी मिलेगा | Indian Roof Farming
यहां तक की हरी मिर्च, धनियां, अदरक और लहसून भी ऑर्गेनिक नहीं मिल रहे हैं। इससे लोगों के स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है। शहर वासी चाहें तो अपने – अपने घरों के भीतर या फ्लैट में इन मसालों की खेती भी कर सकते हैं।
इससे उन्हें ऑर्गेनिक और शुद्ध खाना भी मिलेगा और इसके साथ ही उनके स्वास्थ्य पर बूरा असर नहीं पड़ेगा। और साथ में पैसों की बचत भी होगी। ऐसे में नीचे बताए गए तकनीक से आप घर के अंदर इन मसाले को आप अपने घर की छत पर या फ्लैट में भी उगा सकते हैं।
हल्दी – हल्दी एक ऐसा मसाला है, जिसके बिना सब्जी की कल्पना भी नहीं की सा सकती है। किसी भी तरह की सब्जी में हल्दी का इस्तेमाल होता ही है। हल्दी औषधीय गुणों से भरपूर है। इसका उपयोग करने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोत्तरी होती है।
अगर आप चाहें, तो अपने घर के अंदर भी इसकी खेती कर सकते हैं। आप घर की छत पर एक गमले में हल्दी की बुवाई कर सकते हैं। हल्दी को रोज 5 से 6 घंटे धूप में रखना चाहिए। इससे फसल का विकास भी अच्छा होता है। अच्छी बात यह है गर्मी के दिनों में हल्दी की खेती करना अच्छा रहता है। रोपाई करने के 6 से 8 महीने बाद हल्दी की फसल बनकर तैयार हो जाएगी।
धनिया – आप घर के अंदर धनिया की भी खेती कर सकते हैं। इसके लिए आपको एक चौकोर गमले की आवश्यकता होगी जिसमें आप। धनिया की खेती आप किसी भी तरह के मौसम में भी कर सकते हैं।
आपको गमले में धनिया के बीज की बुवाई करनी पड़ेगी। अगर आप चाहें तो खाद के रूप में गोबर का भी उपयोग कर सकते हैं। साथ ही बीच- बीच में उसकी सिंचाई करते रहें। इस तरह एक महीने के अंदर आप गमले से धनिया की हरी-हरी पत्तियां तोड़ सकते हैं।
हरी मिर्च – दाल हो या सब्जी, तड़का लगाने के लिए हरी मिर्च के बिना इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। हरी मिर्च का रोपा लगाने के लिए आपको गमले में मिट्टी के साथ गोबर, कोकोपीट और नीमखली भी मिला सकते हैं।
इससे उसमें उर्वरा की शक्ति भी बढ़ जाती है। इसके बाद अब आप इस गमले में मिर्च के पौधे रोप सकते हैं। कुछ महीने के बाद आपके इस गमले से हरी मिर्च का उत्पादन भी शुरू हो जाएगा। बीच-बीच में पौधों की सिंचाई भी करते रहें।
जीरा – जीरा भी एक सबसे आवश्यक मसाला है। इसके बिना आपका किचन अधूरा सा लगता है। जीरे का तड़का लगाते ही दाल और सब्जी का स्वाद बढ़ जाता है। बहुत से लोग जीरा चावल भी बड़े चाव से खाते हैं।
इसलिए घर में जैविक विधि के तहत उगाया गया जीरा स्वास्थ्य के लिए ज्यादा लाभदायक रहेगा। जीरा लगाने के लिए आपको 10 इंच के गमले की जरूरत पड़ेगी। उसके बाद मिट्टी में गोबर और कोकोपीट मिलकार जीरे की बुवाई कर दें। बीच-बीच में गमले में पानी भी डालते रहें। इससे कुछ महीने बाद अच्छी पैदावर होगी।
Source – Internet
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