Kheti Kisani :- इन खादों का साथ में ना करें उपयोग , नहीं तो गेंहू का होगा नुकसान , जानिए पूरी जानकारी। इन दोनों उर्वरकों का प्रयोग एक साथ न करें, गेहूं खराब हो जाएगा और पैदावार कम हो जाएगी। आज हम किसानों के लिए कुछ महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आए हैं। इसकी बदौलत किसान गेहूं का उत्पादन कम करने से बच सकते हैं। आइये जानते हैं कैसे.
गेहूं उगाने के लिए किसान दिन-रात मेहनत करते हैं ताकि कोई कमी न हो. उपज बढ़ाने के लिए कई किसान विभिन्न प्रकार के उर्वरकों का छिड़काव भी करते हैं। वे समय पर पानी देते हैं और खेतों की देखभाल करते हैं। लेकिन अगर किसान कुछ बातों पर ध्यान न दें तो उन्हें भारी नुकसान हो सकता है. आपको बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से किसानों को यह जानकारी दी गई थी कि किसान इन दोनों उर्वरकों का इस्तेमाल एक साथ न करें. आइये जानते हैं कि आप किस उर्वरक की बात कर रहे हैं।
Kheti Kisani :- इन खादों का साथ में ना करें उपयोग , नहीं तो गेंहू का होगा नुकसान , जानिए पूरी जानकारी
Read also :- भोलेनाथ का दूसरा ज्योतिर्लिंग कहां पर स्थित है, और इस ज्योतिर्लिंग का धार्मिक महत्व क्या है
उत्पादन बढ़ाने के लिए कृषि समाधान
उत्पादन बढ़ाने के लिए किसान कई प्रकार के उर्वरकों का उपयोग करते हैं। जिसमें यूरिया उर्वरक और नैनोयूरिया, अमोनियम सल्फेट और कई अन्य शाकनाशी का भी उपयोग किया जाता है। लेकिन प्रधानमंत्री जी ने इस मामले में एक अहम सलाह दी. उन्होंने किसानों को जानकारी दी कि अपने खेतों को बचाने के लिए यूरिया व नैनोयूरिया का प्रयोग करें। यदि आप इन दोनों में से किसी का भी उपयोग करते हैं तो हमें बताएं और आपके लिए मुख्य जानकारी क्या है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों को खेती-किसानी को लेकर तरह-तरह की सलाह देते रहते हैं. इसके अलावा कई कार्यक्रम भी चलाए जाते हैं. इस सिलसिले में उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए उन्हें यूरिया और नैनोयूरिया उर्वरकों का एक साथ उपयोग नहीं करने की सलाह दी. अत: यदि किसान घाटे से बचना चाहते हैं तो इस उपाय को अपना सकते हैं और दोनों का एक साथ प्रयोग न करके कृषि घाटे से बच सकते हैं
Read also :- कम लागत में कमाये ज्यादा इस बिज़नेस से , मशीन से घर बैठे कर सकते है ये बिज़नेस, जानिए कौनसा है बिज़नेस
Leave a comment