ज्योतिषीय दृष्टिकोण से अच्छी बारिश के संकेत, मघा में सबसे ज्यादा वर्षा की संभावना
Monsoon: भोपाल/इंदौर। इस बार मानसून ने समय से पहले देश के कई हिस्सों में दस्तक दे दी है। हालांकि, सनातन परंपरा के अनुसार वर्षाकाल की विधिवत शुरुआत तब मानी जाती है जब सूर्य आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करता है। यह प्रवेश 22 जून को होगा और उसके बाद मानसून पूरी गति से सक्रिय हो जाएगा। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि इस बार वर्षा सामान्य से अच्छी होगी। इससे खेती-किसानी और जल भंडारण के लिहाज से अनुकूल संकेत मिल रहे हैं।
🌧️ 50 से ज्यादा दिन बारिश की संभावना
पं. लेखराज शर्मा के अनुसार, वर्षा के नक्षत्रों की गणना के अनुसार इस बार 50 से अधिक तिथियों पर बारिश होने के योग बन रहे हैं। आर्द्रा से लेकर हस्त नक्षत्र तक कुल 8 नक्षत्रों में वर्षा होती है। हर नक्षत्र करीब 15 दिन का होता है। इनमें:
- पुनर्वसु, पुष्य, अश्लेषा और मघा में विशेष रूप से अच्छी बारिश होती है।
- मघा नक्षत्र को सबसे अधिक वर्षा वाला नक्षत्र माना गया है।
🔭 ज्योतिषीय स्थिति अनुकूल
पं. रामनारायण आचार्य ने बताया कि 22 जून को जब सूर्य आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करेगा, उस समय तुला लग्न रहेगा और सूर्य, बुध, गुरु की युति मिथुन राशि में होगी। यह स्थिति वर्षा के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है।
- उत्तर व दक्षिण भारत में सामान्य से अधिक वर्षा के संकेत हैं।
- पश्चिम वायव्य क्षेत्र में भी अच्छी वर्षा के योग हैं।
- कई स्थानों पर तेज हवाएं और आंधी की स्थिति भी बन सकती है।
📅 मासिक वर्षा संभावनाएं
माह | संभावित बारिश के दिन |
---|---|
जून | 8 दिन |
जुलाई | 18 दिन |
अगस्त | 15 दिन |
सितंबर | 7 दिन |
अक्टूबर | 2 दिन |
🚜 खेती-किसानी के लिए राहत की खबर
ज्येष्ठ पूर्णिमा से पहले ही सक्रिय हुआ मानसून किसानों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यदि बारिश का क्रम ज्योतिषीय आकलन के अनुसार चलता है, तो धान, मक्का, सोयाबीन, उड़द जैसी फसलों को अच्छा लाभ मिल सकता है।
साभार…
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