Murder Case:शिलॉन्ग/इंदौर | इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में शुक्रवार को भी मेघालय पुलिस द्वारा पूछताछ जारी रही। शिलॉन्ग के सदर थाने में बंद सभी पांचों आरोपी— सोनम रघुवंशी, राज कुशवाह, विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी से गहन पूछताछ हो रही है। सूत्रों के अनुसार, सभी आरोपी आपसी बातचीत में सतर्क हैं और ज्यादातर समय चुपचाप रहते हैं।
👉 उत्तर भारतीय खाना मांगा
थाने में बंद आरोपियों ने उत्तर भारतीय भोजन की मांग की, जिसे पुलिस ने उपलब्ध कराया। पूछताछ के दौरान भी वे अधिकतर शांत और संयमित बने रहे, लेकिन पुलिस उनकी हर गतिविधि पर नजर रखे हुए है।
💔 हत्या का मास्टरमाइंड सोनम का प्रेमी राज कुशवाह
शिलॉन्ग SP विवेक स्येम के अनुसार, पूछताछ में सामने आया है कि राजा की हत्या की साजिश उनकी पत्नी सोनम के कथित प्रेमी राज कुशवाह ने रचाई थी। यह योजना राजा और सोनम की शादी के 11 दिन पहले ही तैयार कर ली गई थी।
19 मई को तीन आरोपी— विशाल, आकाश और आनंद— पहले ही शिलॉन्ग पहुंच गए थे। राजा की हत्या के बाद सोनम 25 मई को इंदौर लौटी और 7 जून तक वहां रही। बाद में वह राज के साथ गाजीपुर चली गई थी।
🕵️ सोनम को ‘मृत’ दिखाने की थी योजना
जांच में यह सनसनीखेज खुलासा भी हुआ है कि हत्याकांड के बाद आरोपी चाहते थे कि सोनम को भी मृत दिखाया जाए। इसके लिए वे किसी अन्य महिला की हत्या कर उसे सोनम के नाम पर पेश करना चाहते थे।
योजना थी कि महिला को जला कर या नदी में बहा कर यह साबित किया जाएगा कि सोनम भी मारी गई है। सोनम के लिए काले रंग का बुर्का, ₹50,000 नकद और मोबाइल इंदौर से भेजे गए थे। विशाल यह बुर्का लेकर शिलॉन्ग पहुंचा था। एक्टिवा छोड़ने के बाद सोनम इसी बुर्के में टैक्सी लेकर सिलीगुड़ी भागी।
🧾 पुलिस के पास मौजूद 10 ठोस सबूत
- राजा का सामान होमस्टे से मिला, जबकि सोनम के सूटकेस से कई चीजें गायब थीं।
- मंगलसूत्र और अंगूठी सोनम के बैग में ही थी।
- राज की सिम से सोनम और आरोपियों के बीच लगातार संपर्क था।
- इंदौर के कैफे में 16 मई को हत्या की प्लानिंग हुई थी।
- हत्या के लिए जो छोटी कुल्हाड़ी (दाव) इस्तेमाल की गई, उसका कोई पूर्व रिकॉर्ड नहीं मिला।
- CCTV फुटेज में सोनम एक ट्रॉली बैग के साथ संदिग्ध रूप से किसी को मैसेज करती दिखी।
- खून लगे कपड़े, रेनकोट, DNA सैंपल और अन्य सामान से DNA मैच हो चुके हैं।
- मोबाइल CDR और चैटिंग से 11 मई से 24 मई के बीच की गतिविधियाँ सामने आईं।
- सोनम ने स्थानीय पुलिस की मदद नहीं ली, जो संदेह बढ़ाता है।
- सोनम 3 से 4 मोबाइल नंबर और राज का पेटीएम अकाउंट इस्तेमाल कर रही थी।
🎭 अपहरण का नाटक रचने की योजना
पुलिस के मुताबिक, सोनम कुछ समय बाद सामने आकर खुद को अपहरण की शिकार बताने वाली थी। दावा किया जाता कि कुछ अज्ञात लोगों ने उसका अपहरण कर लिया था और उन्हीं ने राजा की हत्या की। इससे पुलिस की जांच को भटकाने की कोशिश की जा रही थी।
🔎 जांच अभी जारी
मेघालय पुलिस के साथ-साथ इंदौर क्राइम ब्रांच की टीम भी डिजिटल सबूतों और कॉल डेटा रिकॉर्ड की जांच कर रही है। जल्द ही सभी आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर इंदौर लाया जा सकता है।
साभार…
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