New Executive भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने अपनी नई कार्यकारिणी की घोषणा कर दी है। पार्टी के केंद्रीय मुख्यालय से गुरुवार को जारी सूची में कई नए चेहरों को स्थान मिला है, जबकि कुछ वरिष्ठ नेताओं को दोबारा जिम्मेदारी सौंपी गई है। खंडेलवाल के अध्यक्ष बनने के तीन महीने 21 दिन बाद यह टीम घोषित की गई है।
🔹 चार नए महामंत्री, आशीष अग्रवाल दोबारा मीडिया प्रभारी
नई कार्यकारिणी में लता वानखेड़े, सुमेर सोलंकी, गौरव रणदिवे और राहुल कोठारी को प्रदेश महामंत्री बनाया गया है।
आशीष अग्रवाल को दोबारा मीडिया प्रभारी नियुक्त किया गया है। विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें लोकेंद्र पाराशर की जगह यह जिम्मेदारी दी गई थी।
रीवा संभाग के संगठन मंत्री रहे श्याम महाजन को प्रदेश कार्यालय मंत्री और अखिलेश जैन को कोषाध्यक्ष बनाया गया है।
🔹 उपाध्यक्षों में बड़े फेरबदल
पूर्व विधायक और पूर्व महामंत्री रणबीर सिंह रावत को अब प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है।
मनीषा सिंह का प्रमोशन कर मंत्री से उपाध्यक्ष बनाया गया है।
पहले संभागीय संगठन मंत्री रहे शैलेंद्र बरुआ भी उपाध्यक्ष बनाए गए हैं।
इसके अलावा प्रभुलाल जाटव, प्रभुराम चौधरी, कांत देव सिंह और निशांत खरे को भी उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई है।
🔹 राहुल कोठारी को मिल सकती है प्रदेश कार्यालय की जिम्मेदारी
महामंत्री बनाए गए राहुल कोठारी को प्रदेश कार्यालय प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
कोठारी मुख्यमंत्री मोहन यादव के करीबी माने जाते हैं और 1996 से संगठन में सक्रिय हैं। वे भाजपा युवा मोर्चा में मंडल से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक विभिन्न पदों पर रह चुके हैं।
🔹 नई टीम में 16 नए चेहरे, 7 महिलाएं शामिल
पार्टी की पिछली कार्यकारिणी में 14 उपाध्यक्ष, 14 मंत्री और 5 महामंत्री थे।
नई टीम में 13 पुराने पदाधिकारी दोबारा शामिल हुए हैं, जबकि 16 नए कार्यकर्ताओं को स्थान मिला है।
इसके साथ ही 7 महिलाओं को भी कार्यकारिणी में प्रतिनिधित्व दिया गया है।
कुछ पद संगठनात्मक संतुलन के लिए अभी रिक्त रखे गए हैं।
🔹 गुर्जर समाज ने जताई नाराजगी
बीजेपी कार्यकारिणी में गुर्जर समाज को प्रतिनिधित्व न मिलने पर असंतोष उभर आया है।
मध्य प्रदेश सकल गुर्जर समाज के प्रदेश अध्यक्ष रमेश गुर्जर ने बयान जारी कर कहा कि यह पहली बार है जब समाज को प्रदेश कार्यकारिणी में जगह नहीं दी गई।
उन्होंने कहा, “यह गुर्जर समाज का सार्वजनिक अपमान है। भाजपा को गुर्जर समाज की जरूरत नहीं रही, यह संदेश कार्यकारिणी से स्पष्ट होता है।”
🔹 पूर्व अध्यक्षों की तुलना में तेज निर्णय
प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने मात्र 3 माह 21 दिन में कार्यकारिणी गठित कर ली है।
विष्णुदत्त शर्मा को कार्यकारिणी बनाने में 10 माह 28 दिन,
नंदकुमार सिंह चौहान को 7 माह 5 दिन,
और प्रभात झा को 4 माह 6 दिन का समय लगा था।
खंडेलवाल ने इस तेजी को “संगठनात्मक सक्रियता की प्राथमिकता” बताया है।
साभार…
Leave a comment