Online: देवास में डिजिटल न्याय व्यवस्था को लागू करने का यह पायलेट प्रोजेक्ट एक बड़ा कदम है। इससे न्यायिक प्रक्रियाएं तेज, पारदर्शी और प्रभावी होंगी।
मुख्य रूप से इस पहल के कुछ अहम फायदे होंगे:
- पेपरलेस प्रक्रिया: एफआईआर, एमएलसी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, एफएसएल रिपोर्ट और चार्जशीट जैसे दस्तावेज़ ऑनलाइन उपलब्ध होंगे, जिससे कागजी कार्यवाही में लगने वाला समय बचेगा।
- रियल-टाइम डेटा एक्सचेंज: सभी विभाग जैसे पुलिस, अभियोजन, न्यायालय, जेल और स्वास्थ्य विभाग आपस में डिजिटल रूप से जुड़े रहेंगे, जिससे समन्वय बेहतर होगा।
- तेज न्याय प्रक्रिया: रिपोर्ट्स और दस्तावेज़ तुरंत उपलब्ध होने से विवेचना और सुनवाई में तेजी आएगी।
- ई-समन और ई-वारंट: कोर्ट से सीधे समन और वारंट पुलिस अधिकारियों के टैबलेट पर आएंगे, जिससे उनकी तामील तेजी से हो सकेगी।
- पारदर्शिता और मॉनिटरिंग: सभी डेटा ऑनलाइन होने के कारण किसी भी समय उसकी समीक्षा की जा सकेगी, जिससे अनियमितताओं पर भी नजर रखी जा सकेगी।
देवास के इस पायलेट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद इसे प्रदेश के अन्य जिलों में भी लागू किया जा सकता है। यह भारत में डिजिटल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम की ओर एक सराहनीय पहल है। अगर आप चाहें तो मैं इस बारे में और गहराई से जानकारी दे सकता हूं, जैसे कि सीसीटीएनएस या ई-प्रोसिक्यूशन पोर्टल कैसे काम करते हैं।
source internet… साभार….
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