चीन कर रहा निर्माण,पेशावर को हर दिन मिलेगा 30 करोड़ गैलन पानी
The highest dam:: इस्लामाबाद/बीजिंग: — पाकिस्तान में चीन की मदद से एक विशाल हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट ‘मोहमंद डैम’ का निर्माण तेजी से चल रहा है। यह डैम 700 फीट ऊंचा होगा और दुनिया का पांचवां सबसे ऊंचा डैम बनने की ओर अग्रसर है। यह न सिर्फ पाकिस्तान की ऊर्जा और जल सुरक्षा को मजबूत करेगा, बल्कि भारत-पाक के बीच चल रहे सिंधु जल विवाद के बीच एक सामरिक कदम के रूप में भी देखा जा रहा है।
🏗️ डैम निर्माण में आई तेजी, 2027 तक होगा पूरा
चाइना एनर्जी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन द्वारा निर्मित यह डैम 2019 में शुरू हुआ था। अब इस पर कंक्रीट भरने का काम भी शुरू हो गया है। पाकिस्तानी अखबार डॉन के अनुसार, डैम का काम निर्धारित समय से आगे चल रहा है और इसके 2027 तक पूरा होने की उम्मीद है।
📌 प्रमुख तथ्य:
- स्थान: मोहमंद जिला, खैबर पख्तूनख्वा, स्वात नदी पर
- उंचाई: 700 फीट — विश्व में पांचवां सबसे ऊंचा
- ऊर्जा उत्पादन: 800 मेगावाट
- पानी आपूर्ति: पेशावर को प्रतिदिन 30 करोड़ गैलन पानी
- लाभ: बिजली उत्पादन, सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण, पीने का पानी
🇨🇳 चीन का समर्थन: रणनीतिक और आर्थिक सहयोग
यह परियोजना ऐसे समय पर सामने आई है जब पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री इशाक डार बीजिंग दौरे पर जा रहे हैं, जहां वे चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि यह डैम पाकिस्तान और चीन के बीच गहरे होते रणनीतिक संबंधों का एक बड़ा उदाहरण है। चीन न सिर्फ मोहमंद डैम में मदद कर रहा है, बल्कि गिलगित-बाल्टिस्तान में डायमर-भाषा डैम निर्माण में भी सहयोग दे रहा है, जो सिंधु नदी पर एक और बड़ा जल भंडारण प्रोजेक्ट है।
🌊 सिंधु जल संधि और क्षेत्रीय तनाव
यह परियोजना भारत-पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि को लेकर बढ़ते तनाव के बीच शुरू की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि चीन द्वारा पाकिस्तान में इस तरह के जल प्रोजेक्ट्स में निवेश, क्षेत्रीय जल-राजनीति को नया मोड़ दे सकता है।
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