स्ट्रीट लाइट का नहीं हुआ हैंडओव्हर
Order:बैतूल। ग्रामीण क्षेत्रों में उजाला लाने के लिए सरकार ने ग्राम पंचायत स्तर पर स्ट्रीट लाइट लगाने की योजना चलाई थी जिसमें जिले भर की कई ग्राम पंचायतों में जहां स्ट्रीट लाइट थी वहां स्ट्रीट लाइट लगाने का कार्य किया गया था। इस कार्य में बड़े पैमाने पर गड़बडिय़ां हुई हैं जिसका ताजा उदाहरण बैतूल जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत जीन का सामने आया है जहां ग्राम पंचायत के जीन ढाना में 2 साल पहले स्ट्रीट लाइट का कार्य कराया गया और इस कार्य का हैंडओव्हर नहीं हुआ जिसका खुलासा ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच की शिकायत से हुआ है। इस मामले में मध्यप्रदेश मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी उत्तर संभाग के उपमहाप्रबंधक ने जांच के आदेश दिए हैं। वहीं जिला पंचायत सीईओ ने भी इस मामले को दिखवाने की बात की है।
क्या है पूरा मामला?
ग्राम पंचायत जीन की पूर्व सरपंच ज्योति लीलाधर उघड़े ने अधिकारियों को शिकायत करते हुए स्ट्रीट लाइट कार्य में बड़ी अनियमितता का आरोप लगाया है। उन्होंने अपने आप में बताया कि 2 साल पहले स्ट्रीट लाइट का काम हुआ था। जो कि हैंडओव्हर नहीं हुआ और बिना हैंडओव्हर के स्ट्रीट लाइट चालू हो गई थी। उन्होंने इस मामले की जांच की मांग करते हुए उत्तर संभाग के उपमहाप्रबंधक और जनपद पंचायत बैतूल के सीईओ को शिकायत की है।
डीजीएम ने दिए जांच के आदेश
स्ट्रीट लाइट मामले में आज उत्तर संभाग के महाप्रबंधक अभय कुमार गोपे से सांध्य दैनिक बैतूलवाणी ने चर्चा की तो उन्होंने बताया कि शिकायत को लेकर जांच के आदेश दिए गए हैं। यदि ग्राम पंचायत ने हैंडओव्हर नहीं कराया है तो इसमें बिजली कंपनी की गलती नहीं है, ग्राम पंचायत की गलती है। फिर भी जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी। इस कार्य के लिए जारी किए गए वर्क आर्डर को भी जांच के बाद निरस्त किया जा सकता है। वहीं जिला पंचायत सीईओ अक्षत जैन से सांध्य दैनिक बैतूलवाणी ने चर्चा की तो उन्होंने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि इसे हम दिखवाते हैं और जो तथ्य सामने आएंगे उसके बाद आगे की कार्यवाही करेंगे।
Leave a comment