डहरगांव में कंपनी के मार्ग पर दिया धरना
Outrage: मुलताई। हार्टिफूट आई. जी. बेरिज कंपनी के खिलाफ सोमवार डहरगांव में मजदूरों ने आंदोलन छेड़ दिया है। मजदूरों ने कंपनी जाने वाले मार्ग पर धरना देकर अधिकारियों को धरना स्थल पहुंचकर उनकी समस्या सुनने की मांग की है। मजदूरों के अनुसार कंपनी की गलत नीतियों एवं मनमानी से मजदूरों का शोषण हो रहा है। एसडीएम सहित अन्य अधिकारियों से शिकायत के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं होने से मजदूरों को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ा। मजदूरों ने बताया कि लंबे समय से मजदूर अपनी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए जूझ रहे हैं लेकिन कंपनी द्वारा उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मजदूरों ने बताया कि कंपनी द्वारा लगातार क्षेत्र के मजदूरों का शोषण किया जा रहा है लेकिन शासन प्रशासन शिकायत के बावजूद मौन है ऐसी स्थिति में मजदूरों को उनके हक के लिए खुद लड़ाई लड़ने को बाध्य होना पड़ रहा है। मजदूरों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि तीन दिवस के भीतर समस्या का निराकरण नहीं हुआ आगामी दिनों में मजदुरों द्वारा मांगे पूरी नहीं होने की स्थिति में अनिश्चित कालीन हडताल की जा सकती है। मजदूरों ने बताया कि लंबे समय से मजदूर अपनी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए जूझ रहे हैं लेकिन कंपनी द्वारा उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मजदूरों ने बताया कि कंपनी द्वारा लगातार क्षेत्र के मजदूरों का शोषण किया जा रहा है लेकिन शासन प्रशासन शिकायत के बावजूद मौन है ऐसी स्थिति में मजदूरों को उनके हक के लिए खुद लड़ाई लड़ने को बाध्य होना पड़ रहा है। मजदूरों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि तीन दिवस के भीतर समस्या का निराकरण नहीं हुआ आगामी दिनों में मजदुरों द्वारा मांगे पूरी नहीं होने की स्थिति में अनिश्चित कालीन हडताल की जा सकती है।
मजदूरों की मांगे
1 कम्पनी में प्रथम उपचार एवं पीडितों का ईलाज कम्पनी खर्च पर किया जावे।
- मजदुरों की मजदुरी श्रम आयोग के आदेशानुसार 2 दिया जावे।
- मजदुरों का बीमा कम्पनी द्वारा किया जावे।
- अतिवर्ष समय-समय पर मजदुरी रेट में वृद्धि की जावे।
- वर्ष में एक बार मजदुरों को बोनस दिया जावे।
- अनुभव एवं कार्य की अवधि के अनुसार प्रमोशन दिया जावें।
- प्रतिदिन ड्यूटी समय के उपरान्त कार्य करने पर व्होवर टाईम कार्य करने की मजदुरी दुगुनी दी जावे।
- कम्पनी पी.एफ. एकाउन्ट धारियों एवं जिस भी मजदुरों ने कम्पनी में 6 माह या 100 दिन कार्य किया है उन्हें कम्पनी पे-रोल में स्थाई रूप से रखा जावे।
- माह में 26 डियूटी के साथ शासकीय अवकाश की मजदूरी देने सुनिश्चित करें।
- शासकीय अवकाश के दिन कार्य करने पर दुगुनी मजदुरी दी जावे।
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