Priority: डोनाल्ड ट्रंप, जो 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे, भारत और चीन के साथ संबंधों को प्राथमिकता देते हुए अपनी विदेश नीति को आकार देने की योजना बना रहे हैं।
प्रमुख बिंदु:
- राष्ट्रपति पद की शपथ:
- डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
- उनके साथ उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप और बेटा बैरन ट्रंप भी मौजूद हैं।
- भारत यात्रा की संभावना:
- ट्रंप ने भारत यात्रा को प्राथमिकता दी है, जो अप्रैल या साल के अंत में हो सकती है।
- यह यात्रा अमेरिका-भारत संबंधों को और मजबूत करने के लिए हो सकती है।
- ट्रंप भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को व्हाइट हाउस में बैठक के लिए निमंत्रण भेजने पर भी विचार कर रहे हैं।
- चीन के साथ संबंध सुधारने का प्रयास:
- ट्रंप ने चीन पर अतिरिक्त टैक्स लगाने की धमकी दी थी, जिससे दोनों देशों के रिश्तों पर असर पड़ा।
- उनकी चीन यात्रा के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत कर संबंध सुधारने की योजना है।
- ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में चीन के उपराष्ट्रपति हैन झेंग शामिल होंगे, जो इस समारोह में भाग लेने वाले पहले वरिष्ठ चीनी अधिकारी होंगे।
- भारत और अमेरिका के बीच सहयोग:
- ट्रंप प्रशासन ने क्वाड शिखर सम्मेलन (भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका का गठजोड़) को प्राथमिकता दी है।
- भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में वॉशिंगटन का दौरा किया था और शपथ ग्रहण समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
ट्रंप की विदेश नीति के संकेत:
- ट्रंप की भारत और चीन यात्रा उनकी विदेश नीति की प्राथमिकताओं को दर्शाती है।
- अमेरिका-भारत संबंध व्यापार, रक्षा और वैश्विक कूटनीति के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- वहीं, चीन के साथ संबंध सुधारने का उद्देश्य व्यापार युद्ध को कम करना और एशिया में संतुलन बनाए रखना है।
डोनाल्ड ट्रंप की संभावित भारत यात्रा और चीन के साथ संबंध सुधारने के प्रयास उनके प्रशासन की विदेश नीति में एशिया की अहमियत को रेखांकित करते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी इन यात्राओं का वैश्विक राजनीति पर क्या असर पड़ता है और भारत-अमेरिका संबंध किस दिशा में आगे बढ़ते हैं।
source internet… साभार….
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