Project: भोपाल: भारत की महत्वाकांक्षी मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना तेजी से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रही है। इस प्रोजेक्ट के तहत पहली 21 किलोमीटर लंबी अंडरग्राउंड सुरंग का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। यह सुरंग बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) से होते हुए ठाणे के शिलफाटा तक जाती है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सुरंग की तस्वीरें साझा करते हुए इसे भारत के रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर का नया मील का पत्थर बताया।
🛤️ 310 किमी वायडक्ट और 15 रिवर ब्रिज भी पूरे
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) द्वारा साझा जानकारी के अनुसार:
- 310 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड ब्रिज (वायडक्ट) का काम पूरा हो चुका है।
- 15 नदी पुल बनकर तैयार हो गए हैं, जबकि 4 पुल अंतिम चरण में हैं।
- 12 स्टेशनों में से 5 स्टेशन पूरी तरह बनकर तैयार हैं और 3 अन्य पर तेजी से कार्य चल रहा है।
🏗️ BKC स्टेशन – इंजीनियरिंग की मिसाल
मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में बन रहा बुलेट ट्रेन स्टेशन धरती से 32.5 मीटर नीचे बनाया गया है। इसकी नींव इतनी मजबूत है कि इसके ऊपर 95 मीटर ऊंची इमारत बनाई जा सकती है।
🚅 शिंकानसेन तकनीक और E10 ट्रेनें
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में जापान की शिंकानसेन तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जो दुनिया की सबसे सुरक्षित और तेज़ हाई-स्पीड रेल प्रणालियों में मानी जाती है। भारत और जापान की साझेदारी में इस प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है:
- 508 किलोमीटर लंबे रूट को जापानी तकनीक से तैयार किया जा रहा है।
- इस रूट पर जापान की नई पीढ़ी की E10 शिंकानसेन ट्रेनें चलेंगी।
- खास बात यह है कि E10 ट्रेनें भारत और जापान में एक साथ लॉन्च होंगी।
🕒 सिर्फ 3 घंटे में मुंबई से अहमदाबाद
- बुलेट ट्रेन की अधिकतम स्पीड 350 किमी/घंटा होगी।
- यह 508 किलोमीटर की दूरी महज 3 घंटे में तय करेगी।
- फिलहाल इस दूरी को कवर करने वाली सबसे तेज़ ट्रेन, दुरंतो एक्सप्रेस, साढ़े 5 घंटे लेती है।
💰 लागत और स्टेशनों का विवरण
- इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत ₹1.08 लाख करोड़ है।
- कुल 12 स्टेशन बनाए जा रहे हैं:
मुंबई, ठाणे, विरार, बोईसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आणंद, अहमदाबाद और साबरमती।
🔮 भविष्य के लिए रास्ता तैयार
इस हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर की सफलता से देशभर में भविष्य के बुलेट ट्रेन रूट्स की योजना को बल मिला है। दिल्ली-वाराणसी, मुंबई-नागपुर, चेन्नई-बेंगलुरु और अन्य रूटों को लेकर भी अध्ययन और योजना निर्माण जारी है।
📅 परियोजना का इतिहास
- इस प्रोजेक्ट की नींव 14 सितंबर 2017 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के तत्कालीन पीएम शिंजो आबे ने अहमदाबाद में रखी थी।
- अब, आठ साल बाद यह प्रोजेक्ट पूरे देश को आधुनिक रेलवे युग में प्रवेश कराने के लिए तैयार है।
- साभार…
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