23 जुलाई से फिर तेज बौछारें संभव
Rain: भोपाल। मध्यप्रदेश में तीन दिनों तक भारी बारिश की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार 20 से 22 जुलाई तक राज्य के अधिकतर हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी और आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है। इसके बाद 23 जुलाई से दोबारा बारिश का दौर शुरू हो सकता है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा के अनुसार, वर्तमान में मानसून ट्रफ और डिप्रेशन मध्यप्रदेश से काफी दूर हैं। जब तक पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) सक्रिय नहीं होता, तब तक तेज बारिश की संभावना कम है।
☁️ अब तक औसत से 8.2 इंच ज्यादा बरसात
प्रदेश में इस मानसून सीजन में अब तक औसतन 20.5 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य बारिश 12.3 इंच होनी चाहिए थी। यानी 8.2 इंच अधिक वर्षा दर्ज की गई है। निवाड़ी और टीकमगढ़ जैसे जिलों में सामान्य वर्षा का कोटा पूरा हो चुका है, जबकि कई जिलों में 80% से अधिक बारिश हो चुकी है।
🌤️ रविवार को अधिकांश जिलों में साफ मौसम
शनिवार तक जहां कई जिलों में बारिश जारी थी, वहीं रविवार को मौसम साफ हो गया।
केवल श्योपुर में हल्की बारिश दर्ज की गई। खजुराहो में अधिकतम तापमान 35.6°C और सीधी में 34.6°C तक पहुंच गया। रात के समय बालाघाट, अनूपपुर, शहडोल, बैतूल, जबलपुर समेत कई जिलों में बिजली चमकने के साथ हल्की बारिश हुई।
📍 प्रमुख शहरों का वर्षा ट्रेंड:
🔹 भोपाल:
- जुलाई की औसत बारिश: 14.4 इंच
- जुलाई में औसतन 15 दिन बारिश
- सर्वाधिक बारिश: 1986 में 41 इंच
- एक दिन में रिकॉर्ड वर्षा: 11 इंच (22 जुलाई 1973)
🔹 इंदौर:
- जुलाई की औसत बारिश: 12 इंच
- इस बार अब तक 40% ज्यादा वर्षा
- 24 घंटे का रिकॉर्ड: 11.5 इंच (27 जुलाई 1913)
🔹 जबलपुर:
- जुलाई की औसत बारिश: 17 इंच
- अब तक का रिकॉर्ड: 45 इंच (1930)
- एक दिन में सर्वाधिक बारिश: 13.5 इंच (30 जुलाई 1915)
🔹 ग्वालियर:
- औसत बारिश: 9 इंच
- पिछले 10 वर्षों में 6 बार 8 इंच से कम
- सर्वाधिक बारिश: 24.5 इंच (1935)
🔹 उज्जैन:
- औसत बारिश: 13 इंच
- अब तक का रिकॉर्ड: 36 इंच (2015)
- एक दिन में सर्वाधिक बारिश: 12.55 इंच (19 जुलाई 2015)
🌧️ आगे क्या?
23 जुलाई से पूर्वी मध्यप्रदेश में तेज बारिश की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग ने नागरिकों को सतर्क रहने और मौसम के अपडेट्स पर नजर बनाए रखने की सलाह दी है।
साभार…
Leave a comment