विचारधारा और संगठन सृजन पर जोर
Training camp: पचमढ़ी। मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में होटल हाईलैंड में चल रहे कांग्रेस के जिला अध्यक्षों के प्रशिक्षण शिविर में इस बार विशेष राजनीतिक ऊर्जा देखने को मिल रही है। 2 नवंबर से शुरू हुए इस शिविर में कांग्रेस संगठन को मज़बूत करने और कार्यकर्ताओं को विचारधारा से जोड़ने पर विशेष सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी 8 और 9 नवंबर को इस ट्रेनिंग कैंप में शामिल होंगे। इस बात की पुष्टि पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने की है।
🔹 पहले दिन कांग्रेस की विचारधारा पर चर्चा
प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन कांग्रेस ट्रेनिंग डिपार्टमेंट के नेशनल इंचार्ज और CWC सदस्य सचिन राव ने किया। उन्होंने जिला अध्यक्षों को कांग्रेस की विचारधारा, संगठन निर्माण और कार्यकर्ता की भूमिका पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया।
सचिन राव ने कहा —
“कांग्रेस की विचारधारा के बिना संविधान और देश नहीं चल सकता। सत्ता की सीमा होती है, लेकिन जनता की भावनाएं अनंत होती हैं।”
उन्होंने महात्मा गांधी द्वारा कपड़े दान करने और नमक आंदोलन की कहानी सुनाते हुए बताया कि राजनीति का असली अर्थ जनता की भावनाओं से जुड़ना है।
सचिन राव ने जिला अध्यक्षों से कहा —
“कार्यकर्ता तनख्वाह या सर्टिफिकेट वाला नहीं होता, वह विचारधारा से जुड़ा होता है। सत्ता अस्थायी है, लेकिन संगठन स्थायी होता है।”
🔹 दूसरे दिन धर्मनिरपेक्षता और राजनीति पर गहन चर्चा
दूसरे दिन दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी और उत्तराखंड के विधायक काजी निजामुद्दीन ने कहा कि आज देश में मुसलमानों की छवि को जानबूझकर बिगाड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा —
“बीजेपी तीन तलाक, लव जिहाद और 370 जैसे मुद्दों को मुस्लिम समाज से जोड़कर भ्रम फैलाती है। यह ध्रुवीकरण की राजनीति है।”
निजामुद्दीन ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि —
“हमें बीजेपी की पिच पर नहीं खेलना चाहिए। वे फुटबॉल की पिच पर क्रिकेट खिलाते हैं और हराते हैं। हमें अपने एजेंडे पर टिके रहना है।”
🔹 कांग्रेस के नेताओं के उद्धरण और संदेश
- काजी निजामुद्दीन: “रामदेव जैसे लोग कांग्रेस के समय में उभरे, लेकिन बीजेपी ने उन्हें अपने एजेंडे में फिट कर लिया। कांग्रेस को अपनी मदद का सही इस्तेमाल करना सीखना चाहिए।”
 - शशिकांत सैंथिल (कांग्रेस सांसद): “कई बार हमें लगता है राहुल गांधी क्या कर रहे हैं, लेकिन उन्हें खुद पता है। अब हम उन्हें सलाह नहीं, ताकत देंगे।”
 
🔹 राहुल गांधी की उपस्थिति से बढ़ी उम्मीदें
पार्टी सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी 8 और 9 नवंबर को पचमढ़ी में जिला अध्यक्षों और वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठकें करेंगे। वे संगठन सृजन अभियान, लोकसभा चुनाव की रणनीति और युवा नेतृत्व की भूमिका पर चर्चा करेंगे।
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा —
“यह प्रशिक्षण सिर्फ चुनावी तैयारी नहीं है, बल्कि कांग्रेस की आत्मा और विचारधारा को फिर से जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास है।”
साभार…
                                                                                                                                
				            
				            
				            
				            
                            
                                        
                                        
				            
				            
				            
				            
			        
			        
			        
			        
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