Uproar: वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 14 मई को कतर के दौरे पर पहुंचने वाले हैं। इस दौरे को लेकर पहले से ही अंतरराष्ट्रीय हलकों में काफी चर्चा थी, लेकिन अब इसे लेकर एक और बड़ी खबर सामने आ रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, कतर सरकार ट्रम्प को एक लग्जरी बोइंग 747-8 जंबो जेट गिफ्ट करने पर विचार कर रही है। इस विमान की अनुमानित कीमत करीब 400 मिलियन डॉलर (3400 करोड़ रुपए) बताई जा रही है।
अगर यह सौगात ट्रम्प को दी जाती है, तो यह किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति को मिलने वाला अब तक का सबसे महंगा विदेशी उपहार होगा। हालांकि अमेरिकी कानूनों और संवैधानिक प्रतिबंधों के चलते ट्रम्प को यह विमान तुरंत नहीं सौंपा जाएगा।
सुरक्षा मंजूरी के बाद मिलेगा विमान
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने जानकारी दी है कि विमान को ट्रम्प तक पहुंचाने में अभी समय लग सकता है क्योंकि इसके लिए सुरक्षा एजेंसियों की मंजूरी आवश्यक है। माना जा रहा है कि ट्रम्प 2029 में अपना संभावित कार्यकाल समाप्त होने से पहले ही इस विमान का उपयोग कर सकेंगे।
पुराने एयर फोर्स वन का विकल्प
जानकारी के अनुसार, ट्रम्प इस विमान का इस्तेमाल अस्थायी तौर पर एयर फोर्स वन के विकल्प के तौर पर कर सकते हैं। गौरतलब है कि वर्तमान में ट्रम्प का निजी विमान ‘ट्रम्प फोर्स वन’ एक पुराना 757 जेट है, जिसे उन्होंने 2011 में खरीदा था। वहीं, बोइंग 747-8 उससे कहीं अधिक आधुनिक और शानदार माना जाता है।
अमेरिकी कानून में टकराव
इस उपहार को लेकर अमेरिका में विवाद खड़ा हो गया है। अमेरिकी संविधान के एमोल्यूमेंट्स क्लॉज के अनुसार, कोई भी सरकारी पद पर बैठा व्यक्ति विदेशी सरकार से उपहार नहीं ले सकता, जब तक कि उसे संसद (कांग्रेस) से स्वीकृति न मिली हो। डेमोक्रेटिक पार्टी के कई सांसदों ने इस गिफ्ट पर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि ट्रम्प के कारोबारी हित और उनके राष्ट्रपति पद के दायित्वों के बीच यह एक स्पष्ट हितों का टकराव है।
ट्रम्प ने बताया ‘स्मार्ट डील’
ट्रम्प ने सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिए इस उपहार को एक “स्मार्ट डील” करार दिया है। उन्होंने कहा,
“रक्षा विभाग को मुफ्त में एक नया 747 विमान मिल रहा है, लेकिन डेमोक्रेट्स इससे भी परेशान हैं। वे चाहते हैं कि हम इसके लिए अरबों डॉलर खर्च करें।”
वहीं व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट ने भी बयान जारी कर स्पष्ट किया है कि “कानून के दायरे में रहते हुए ही किसी उपहार को स्वीकार किया जाएगा।”
कतर में ट्रम्प के व्यापारिक रिश्ते
गौरतलब है कि ट्रम्प ऑर्गनाइज़ेशन हाल ही में कतर में एक नए गोल्फ रिसॉर्ट की योजना पर काम कर रहा है, जो कतर सरकार की कंपनी के साथ साझेदारी में बनाया जा रहा है। इससे यह उपहार और अधिक विवादास्पद बन गया है। आलोचकों का कहना है कि यह महज “गिफ्ट” नहीं, बल्कि संभावित “रिश्वत” या “सौदेबाज़ी” का प्रतीक हो सकता है।
नज़रें दौरे पर
अब सबकी निगाहें 14 मई को होने वाले ट्रम्प के कतर दौरे पर टिकी हैं। क्या यह विमान उन्हें औपचारिक रूप से भेंट किया जाएगा? क्या कांग्रेस इसे लेकर कार्रवाई करेगी? और क्या यह मामला आगामी अमेरिकी चुनावों में बड़ा मुद्दा बनेगा?
साभार…
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