Alert: भोपाल। मध्यप्रदेश में फिलहाल मौसम कुछ थमा हुआ है। बुधवार को प्रदेश के किसी भी जिले में तेज बारिश का अलर्ट नहीं है। मौसम विभाग का कहना है कि 28 अगस्त से नया सिस्टम एक्टिव होगा, जिसके बाद राज्य के दक्षिणी हिस्सों में एक बार फिर भारी बारिश का दौर शुरू हो सकता है।
नदी में बहा युवक
नरसिंहपुर जिले के किसानी वार्ड निवासी 45 वर्षीय गुड्डू जाट उर्फ अंबानी बुधवार सुबह सिंगरी नदी पार करने के प्रयास में बह गया। लोगों ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वह पुलिया पार करने पर अड़ गया। तेज बहाव में बहने के बाद पुलिस, होमगार्ड और एसडीईआरएफ की टीमें तलाश में जुटी हैं।
बांधों से छोड़ा गया पानी
इससे पहले मंगलवार को रतलाम में तेज बारिश से सड़कों और चौराहों पर पानी भर गया था। मंदसौर में शिवना नदी उफान पर रही। जबलपुर के बरगी डैम के 9 और नर्मदापुरम के तवा बांध के 3 गेट खोलकर पानी छोड़ा गया।
17 जिलों में बरसी बारिश
पिछले 24 घंटों में प्रदेश के 17 से अधिक जिलों में बारिश हुई। गुना में सबसे ज्यादा 2 इंच, बालाघाट के मलाजखंड में 1.6 इंच, रतलाम में 1 इंच पानी दर्ज हुआ। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, सीहोर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, शिवपुरी, उमरिया, दमोह, खंडवा, छतरपुर, नर्मदापुरम और सिवनी समेत अन्य जिलों में भी हल्की बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग का अनुमान
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के मुताबिक, वर्तमान में मानसून ट्रफ प्रदेश से दूर खिसक गई है, इसलिए बुधवार को तेज बारिश नहीं होगी। 28 अगस्त से लो प्रेशर एरिया की एक्टिविटी बढ़ने की संभावना है, जिससे बारिश दोबारा तेज हो सकती है।
बारिश का कोटा लगभग पूरा
इस बार 16 जून को मानसून की आमद के बाद से प्रदेश में अब तक 35.6 इंच बारिश हो चुकी है। सामान्यत: इस अवधि तक 29 इंच बारिश होती है, यानी 6.6 इंच ज्यादा पानी गिरा है। प्रदेश की औसत सामान्य बारिश 37 इंच मानी जाती है। इस हिसाब से 96% बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। सिर्फ 1.4 इंच और बारिश होते ही इस सीजन में लक्ष्य पूरा हो जाएगा। पिछली बार 44 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई थी।
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