Appeal: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने महाकुंभ के उद्देश्यों पर जोर देते हुए इसे आस्था और संस्कृति का पर्व बताया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ का उद्देश्य रील्स बनाना या सोशल मीडिया पर चर्चा करना नहीं, बल्कि रियल आस्था और हिंदू संस्कृति को सहेजना होना चाहिए।
महाकुंभ में हिंदू एकता पर विमर्श की अपील
शास्त्री ने कहा कि महाकुंभ जैसे आयोजनों का उद्देश्य सनातन धर्म की रक्षा और हिंदू एकता को मजबूत करना होना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि कुंभ में विचार-विमर्श होना चाहिए:
- सनातन धर्म की रक्षा के उपाय।
- हिंदू राष्ट्र के निर्माण की संभावनाएं।
- धर्मांतरण रोककर घर वापसी कराने के प्रयास।
आदिवासी जागरूकता पर जोर
छतरपुर में आदिवासी जनजागृति सम्मेलन के दौरान, उन्होंने आदिवासियों से धर्मांतरण के खिलाफ जागरूकता फैलाने और अपने समाज को शिक्षित करने का आह्वान किया।
- उन्होंने कहा कि विदेशी ताकतें प्रलोभन, चमत्कार और अन्य तरीकों से धर्मांतरण को बढ़ावा दे रही हैं।
- छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, केरल, तेलंगाना, मिजोरम, असम, नागालैंड और ओडिशा जैसे राज्यों में यह गतिविधियां अधिक हो रही हैं।
हनुमान चालीसा बागेश्वर मंडल की स्थापना
शास्त्री ने देशभर में हनुमान चालीसा बागेश्वर मंडल बनाने की घोषणा की।
- गांव, जिलों और मोहल्लों में मंडल का गठन किया जाएगा।
- मंडल के सदस्य जरूरत पड़ने पर सेना की तरह संगठित होकर समाज के लिए काम करेंगे।
25 जनवरी से 3 फरवरी तक प्रयागराज कुंभ में भागीदारी
धीरेंद्र शास्त्री प्रयागराज महाकुंभ में 25 जनवरी से 3 फरवरी तक रहेंगे।
- संगम स्थित हनुमान मंदिर में तीन दिवसीय हनुमान कथा का आयोजन करेंगे।
- उनके कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य “हिंदू जगाओ, हिंदुस्तान बचाओ” अभियान को आगे बढ़ाना है।
धर्मांतरण रोकने की अपील
शास्त्री ने कहा कि भारत को धर्मांतरण से बचाने के लिए हिंदुओं को एकजुट होना होगा।
- उन्होंने आदिवासियों को संकल्प दिलाया कि वे धर्मांतरण के खिलाफ लड़ाई में भाग लें।
- समाज में जागरूकता और शिक्षा के माध्यम से इसे रोकने का प्रयास करें।
महाकुंभ का संदेश
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि महाकुंभ का मुख्य उद्देश्य धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक एकता को बढ़ावा देना है। उन्होंने आह्वान किया कि हिंदू समाज अपने मूल्यों और परंपराओं को बचाने के लिए जागरूक और संगठित हो।
source internet… साभार….
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