B.Ed: अब बीएड (B.Ed) कोर्स एक साल में पूरा किया जा सकेगा। यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के तहत किया गया है। एनसीटीई (राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद) ने नए नियमों को मंजूरी दे दी है, जिससे शिक्षक बनने की प्रक्रिया अब अधिक सरल और कम समय लेने वाली हो जाएगी।
मुख्य बदलाव:
- 1 साल का बीएड:
- एक साल की बीएड जो 2014 में बंद कर दी गई थी, अब फिर से शुरू हो रही है।
- यह केवल 4 साल की ग्रेजुएशन या पोस्टग्रेजुएशन (PG) डिग्री धारकों के लिए उपलब्ध होगी।
- 2 साल की बीएड बंद होगी:
- 2024 से एनसीटीई ने 2 साल की बीएड कोर्स को मान्यता देना बंद कर दिया है।
- इसे पूरी तरह से 2030 तक बंद कर दिया जाएगा।
- 4 साल का एकीकृत कोर्स (ITEP):
- ITEP (Integrated Teacher Education Program) के तहत छात्रों को 4 साल का दोहरी डिग्री कोर्स (BA-B.Ed, B.Com-B.Ed, B.Sc-B.Ed) करने का विकल्प दिया गया है।
- इसमें योग शिक्षा, शारीरिक शिक्षा, संस्कृत, और प्रदर्शन कला जैसे विषय भी शामिल होंगे।
कौन कर सकता है 1 साल का बीएड?
- पात्रता:
- 4 साल का ग्रेजुएशन (BA, B.Sc, या B.Com)
- पोस्टग्रेजुएट डिग्री धारक (MA, M.Sc, आदि)
- लाभ:
- कोर्स की अवधि कम होने से समय और लागत की बचत होगी।
- शिक्षकों की मांग को तेजी से पूरा किया जा सकेगा।
विशेष शिक्षा में बदलाव:
- दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष दो साल का बीएड कोर्स पहले ही बंद कर दिया गया है।
प्रभाव:
- नए नियमों से शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्ता और शिक्षकों की संख्या में वृद्धि होगी।
- छात्रों को अधिक विषय विकल्प मिलेंगे, जिससे शिक्षक बनने की प्रक्रिया आकर्षक और व्यावसायिक होगी।
यह बदलाव शिक्षकों की कमी को दूर करने और शिक्षण पेशे को आधुनिक और आकर्षक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
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