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Big statement: संजय दत्त समय पर बोलते तो टल सकते थे 1993 के बम धमाके” – राज्यसभा सांसद उज्ज्वल निकम का बड़ा बयान

संजय दत्त समय पर बोलते तो टल

Big statement:नई दिल्ली: मशहूर क्रिमिनल लॉयर और हाल ही में राज्यसभा सदस्य नामित किए गए उज्ज्वल निकम ने एक अहम बयान देकर 1993 के मुंबई बम धमाकों पर नई बहस छेड़ दी है। NDTV को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि अगर अभिनेता संजय दत्त उस गाड़ी और हथियारों के बारे में समय पर पुलिस को बता देते, तो 12 मार्च 1993 को हुए सिलसिलेवार बम धमाके रोके जा सकते थे


🧨 धमाके और संजय दत्त की भूमिका

निकम के मुताबिक, धमाकों से कुछ दिन पहले अबू सलेम, जो गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम का सहयोगी था, हथियारों से भरी एक वैन लेकर संजय दत्त के घर आया था। इस वैन में AK-47 और हैंड ग्रेनेड थे। संजय दत्त ने इसमें से कुछ हथियार रख लिए और बाद में लौटा दिए, लेकिन एक AK-47 अपने पास रख ली, जिसे उन्होंने पुलिस को रिपोर्ट नहीं किया।

निकम ने कहा,

“अगर संजय दत्त पुलिस को इस बारे में जानकारी दे देते, तो बम धमाके रोके जा सकते थे। इतने लोगों की जान बच सकती थी।”


👨‍⚖️ अदालत में क्या हुआ?

  • संजय दत्त को TADA के तहत आतंकवादी घोषित नहीं किया गया, लेकिन आर्म्स एक्ट के तहत दोषी माना गया।
  • 2007 में TADA कोर्ट ने उन्हें 6 साल की सजा सुनाई थी, जिसे 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने घटाकर 5 साल कर दिया।
  • उन्होंने यह सजा पुणे की यरवदा जेल में पूरी की और 25 फरवरी 2016 को रिहा हुए।

संजय दत्त ने अपनी दलील में कहा था,

“मैं अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर डरा हुआ था, इसी वजह से हथियार रखे।”


🙏 कोर्ट में संजय का व्यवहार और निकम की प्रतिक्रिया

उज्ज्वल निकम ने इंटरव्यू में पहली बार उस कोर्ट रूम की घटना का खुलासा किया जब संजय को सजा सुनाई गई थी:

“फैसले के बाद संजय कांपने लगे थे। वह घबराए हुए थे और बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे। मैंने उनसे कहा – संजय, ऐसा मत करो, मीडिया देख रही है। अगर कमजोर दिखोगे तो लोग तुम्हें दोषी मानेंगे। अपील का हक तुम्हारे पास है।”


🍛 अजमल कसाब और ‘बिरयानी’ विवाद पर सफाई

26/11 मुंबई आतंकी हमलों के दौरान सरकारी वकील रहे उज्ज्वल निकम से अजमल कसाब को बिरयानी परोसे जाने के वायरल दावे पर भी सवाल पूछा गया।
इस पर निकम ने कहा:

“कसाब ने बिरयानी की मांग की थी, लेकिन इसे नेताओं ने राजनीतिक रंग दे दिया।”


📜 1993 बम धमाकों का पृष्ठभूमि

  • 12 मार्च 1993 को मुंबई में 13 सीरियल बम धमाके हुए थे।
  • इन धमाकों में 257 लोगों की मौत हुई थी और 700 से अधिक लोग घायल हुए थे।
  • यह हमला दाऊद इब्राहिम और टाइगर मेमन के आतंकी नेटवर्क द्वारा अंजाम दिया गया था।
  • साभार… 

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