Color-gulal ban:उज्जैन: इस बार महाकालेश्वर मंदिर में होली और रंगपंचमी पर भक्त गुलाल और रंग के साथ प्रवेश नहीं कर सकेंगे। मंदिर प्रशासन ने पिछले साल की घटना को ध्यान में रखते हुए सख्त प्रतिबंध लागू कर दिए हैं।
🔴 पिछले साल भस्म आरती के दौरान आग लगने की घटना
- 14 मार्च 2023 को धुलेंडी की सुबह भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में आग लग गई थी, जिसमें 14 लोग झुलस गए थे।
- 80 वर्षीय सेवक सत्यनारायण सोनी की मौत हो गई थी।
- अब तक यह पता नहीं चल पाया कि गुलाल अंदर कैसे पहुंचा और दोषी कौन था।
- घटना की जांच रिपोर्ट भी अभी तक सार्वजनिक नहीं हुई।
🛑 इस साल के नए नियम:
✅ भक्तों, पंडे-पुजारियों और कर्मचारियों को रंग-गुलाल लाने की अनुमति नहीं।
✅ मंदिर प्रशासन गर्भगृह में केवल 1 लीटर हर्बल रंग अर्पित करेगा।
✅ संध्या आरती में सीमित मात्रा में गुलाल उपलब्ध कराया जाएगा।
✅ मॉडर्न सेफ्टी सिस्टम लगाया गया, जो 57°C से अधिक तापमान पर अलार्म बजाएगा।
🚫 कैसे मनाई जाएगी होली?
इस बार प्रतिनिधात्मक होली मनाई जाएगी, जिसमें केवल प्रतीकात्मक रूप से रंग चढ़ाया जाएगा।
मंदिर प्रशासन का कहना है कि यह निर्णय भक्तों और मंदिर की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
source internet… साभार….
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