नकली साफ्टवेयर से वसूल रहे थे रुपए, एसटीएफ ने किया पर्दाफाश
Forgery: भोपाल(ई-न्यूज)। टोल प्लाजा पर नकली साफ्टवेयर के माध्यम से एक बड़ा फर्जीवाड़ा एसटीएफ ने उजागर किया है जिसमें बैतूल जिले में संचालित दो टोल प्लाजा के अलावा मध्यप्रदेश के कई अन्य टोल प्लाजा का नाम सामने आया है। पकड़ाए गए आरोपी ने इन टोल प्लाजा का नाम भी बताया है जहां नगद भुगतान के लिए एनएचएआई के फर्जी साफ्टवेयर के माध्यम से एनएचएआई से मिलती-जुलती रसीद दी जा रही थी। आरोपी द्वारा टोल प्लाजा की जो सूचियां दी जा गई उनकी एसटीएफ जांच कर रही है।
फ्रॉड का एसटीएफ ने किया खुलासा
उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने देशव्यापी टोल फ्रॉड का खुलासा किया है। एमपी के 6 टोल प्लाजा सहित देश भर में 200 टोल नाकों पर एक सॉफ्टवेयर अपलोड कर बिना फास्ट टैग वाले वाहनों से करोड़ों की वसूली कर बंदरबांट की जा रही थी। ये सॉफ्टवेयर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की तरह ही टोल पर्ची जनरेट करता था।
कांग्रेस के पूर्व विधायक की बेटी के हैं 3 टोल
उत्तर प्रदेश की एसटीएफ से जानकारी मिलने पर मध्यप्रदेश में भी एनएचएआई उन सभी 6 टोल की जांच शुरू कर दी है जिनके नाम इस फर्जीवाड़े में सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि इन 6 टोल में से 3 का ठेका मध्यप्रदेश के दिग्गज कांग्रेस नेता एवं नरसिंहपुर जिले के तेंदुखेड़ा के पूर्व विधायक संजय शर्मा की बेटी की वंशिका कंस्ट्रक्शन के पास हैं। जबकि गढा टोल का ठेका बंसल पाथवे, जंगवानी का कोरल और मोहतरा टोल का ठेका यूपी के पाठक ब्रदर्स द्वारा संचालित ए.के. कंस्ट्रक्शन के नाम पर है।
मिलता-जुलता लोड किया साफ्टवेयर
एसटीएफ ने खुलाया किया है कि जिन टोल प्लाजा पर फर्जीवाड़ा उजागर हुआ में उनमें यह सामने आया है कि फर्जीवाड़ा करने वालों ने एनएचएआई से मिलता-जुलता फर्जी साफ्टवेयर लोड मिला है जिसके माध्यम से नगद राशि लेने पर एनएचएआई की हुबहू रसीद दी जा रही थी। गत दिवस मिर्जापुर जिले के लालगंज थाना क्षेत्र अतरौला में शिवगुलाम टोल प्लाजा पर एसटीएफ ने दबिश देकर इस गोरखधंधे का खुलासा किया।
ऐसे पकड़ाया फर्जीवाड़ा
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि देश भर में एक गिरोह टोल प्लाजा के बूथ कम्प्यूटर में एनएचएआई के अलावा दूसरा सॉफ्टवेयर अपलोड कर बिना फास्ट टैग वाले वाहनों से वसूली कर खुद की जेब भर रहा है। इस खेल में सॉफ्टवेयर अपलोड करने वालों के अलावा टोल प्लाजा का ठेका लेने वाले, वहां के कर्मचारी भी शामिल हैं। एनएचएआई बिना फास्ट टैग वाले वाहनों से जुर्माना के तौर पर डबल टोल शुल्क वसूलता है। इस गिरोह के सदस्य एनएचएआई की बजाय अपने इंस्टॉल किए गए सॉफ्टवेयर से उसकी पर्ची काटते थे।
बैतूल के दो टोल शामिल
बैतूल से मुलताई होते हुए छिंदवाड़ा जाने वाले एनएच 347 पर चिखलीकला गांव के पास स्थित चिखलीकला टोल पर प्रतिदिन लगभग 2 हजार वाहन निकलते हैं। और इनसे बिना फास्ट्रटैग वाले वाहनों से 70 रुपए से 465 रुपए तक नगद लिया जाता है। इस टोल से वसूली एजेंसी मेसर्स वंशिका कंस्ट्रक्शन है जो नरसिंहपुर जिले के पूर्व विधायक संजय शर्मा के परिवार की कंपनी है। इसी तरह से बैतूल से हरदा जा रहे एनएच 47 पर गढ़ा गांव के समीप गढ़ा टोल प्लाजा बनाया गया है। इस मार्ग से भी लगभग 1 हजार वाहन रोज गुजर रहे हैं। और बिना फास्टट्रेग वाले वाहनों से 90 से 585 रुपए नगद लिया जा रहा है। इस टोल से वसूली मेसर्स बंसल पाथ वे कर रही है।
source internet… साभार….
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