Grass Subsidy – विशेषज्ञों के अनुसार वैसे तो ये हाथी घास पशुओं के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक है। यदि आप अपने मशेवियों को गर्मी के मौसम में ये हाथी घास चारे के रूप में खिलाते हैं, तो उनका पाचन तंत्र बेहतर रहता है। और इसके अलावा भी एक सबसे बड़ी बात यह है कि किसानों को इस हाथी खास खरीदने के लिए सरकार द्वारा भारी मात्रा में सब्सिडी भी दी जा रही है। जिससे की किसानों को अपने मवेशियों को तंदूरूस्त भी रख सकते है और किसानों को सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिीडी से थोड़ी राहत भी मिलेगी।
ये घास की खेती के लिए सरकार किसानों को दे रही भारी सब्सिडी | Grass Subsidy
गर्मी के दिनों की शुरूआत होते ही गाय-भैंस कम दूध देने लगती हैं। क्योंकि उन्हें चारे के रूप में हरी-हरी घास दे दी जाती है, ताकि उनके शरीर में पानी की कमी न हो और वे पहले की तरह स्वस्थ्य हो जाए और दूध देती रहें। हालांकि, गर्मी के मौसम में घास उगाना भी बहुत ही मुश्किल और खर्चिला काम हो जाता है। क्योंकि हर चार से पांच दिन के अनंदर इस हाथी खास की सिंचाई करनी पड़ती है।
लेकिन, अब किसानों को घास की खेती को लेकर चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नही पड़ेगी। क्योंकि किसानों को सरकार की ओर से इस हाथी घास की खेती करने पर अच्छी खासी सब्सिडी भी दी जा रही है। ऐसे में हाथी घास की खेती करने वाले किसानों के लिए अभी ये बहुत ही अच्छा मौका है। इस घास को खिलाने से गाय और भैंस ज्यादा दूध देने लगती हैं।
किसानों को प्रति हेक्टेयर 10 हजार की सब्सिडी भी दी जाएगी
क्योंकि वैसे तो हाथी घास पशुओं के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक है। परंतु आप अपने मशेवियों को गर्मी के मौसम में हाथी घास चारे के रूप में खिलाते हैं, तो उनका पाचन तंत्र अच्छा रहेगा। और इसी के साथ ही वे स्वस्थ्य भी रहेंगे। हाथी घास की विशेषता यह है कि इसकी खेती आप किसी भी मौसम में कर सकते हैं।
अगर किसान भाई अभी इस गर्मी के मौसम में हाथी घास की खेती करते हैं, तो उन्हें राजस्थान सरकार की ओर से प्रति हेक्टेयर के हिसाब से उन्हें कम से कम 10 हजार रुपये की सब्सिडी भी दी जाएगी। और राजस्थान के किसान इस सब्सिडी का लाभ ले सकते हैं।
गन्ने की तरह दिखता है हाथी घास l Grass Subsidy
वैसे तो इस हाथी घास को नेपियर खास भी कहा जाता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि हाथी घास बिल्कुल गन्ने की तरह दिखता है। इसकी ऊंचाई लगभग 4 मीटर तक की हो सकती है। इस हाथी घास की फार्मिंग आप एक साल तक भी कर सकते हैं। इस घास के अंदर कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
आप इस हाथी घास को अपने मवेशियों को चारे के रूप में खिलाने से आपके मवेशी जैसे की गाय-भैंस ज्यादा मात्रा में दूध देने लगते हैं। यही कारण है कि राजस्थान सरकार ने नेपियर घास के ऊपर सभी ग्राम पंचायतों में भारी मात्रा में सब्सिडी देने का फैसला किया है।
सत्यापन के बाद ही किसानो को दी जाएगी सब्सिीडी
जानकारी के अनुसार, भैतिक सत्यापन के बाद ही किसानों को सब्सिडी दी जाएगी। कृषि अधिकारी भैतिक सत्यापन करेंगे। और उसके बाद ही किसानों को इस सब्सिडी का लाभ मिलेगा। किसानों को राज किसान साथी पोर्टल पर जाकर आवेदन करना होगा। और भौतिक सत्यापन के बाद किसानों के खाते में सब्सिडी की राशि सीधे ऑकनलाइन ट्रांसफर की जाएगी।
Source – Internet
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