Madhya Pradesh: भोपाल। मध्य प्रदेश के आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा की गिरफ्तारी के बाद भी 52 किलो सोना और 10 करोड़ रुपए कैश का असली मालिक कौन है, यह अब तक राज बना हुआ है। आयकर विभाग (आईटी) की टीम ने लगातार पांचवें दिन जेल में पूछताछ की, लेकिन सौरभ ने अब तक कोई ठोस जानकारी नहीं दी।
🔎 केस का पूरा मामला
📅 18 दिसंबर 2024 → लोकायुक्त पुलिस ने भोपाल में सौरभ शर्मा के घर छापा मारा।
📅 19 दिसंबर 2024 → मेंडोरी गांव में लावारिस खड़ी क्रिस्टा गाड़ी से 6-7 बैग बरामद हुए।
📅 जांच में बैग से → 52 किलो सोना और 10 करोड़ कैश मिला।
📅 27 दिसंबर 2024 → ईडी और आईटी ने ग्वालियर, जबलपुर और भोपाल में छापेमारी की।
💰 अब तक क्या मिला?
🔹 52 किलो सोना और 10 करोड़ कैश जब्त।
🔹 6 करोड़ रुपये से ज्यादा की एफडी (सहयोगी चेतन सिंह गौर के नाम)।
🔹 4 करोड़ से ज्यादा का बैंक बैलेंस (परिवार और कंपनियों के नाम पर)।
🔹 23 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्तियां।
🤔 बड़ा सवाल: आखिर असली मालिक कौन?
➡ क्या सौरभ शर्मा सिर्फ एक मोहरा है?
➡ क्या इसमें किसी बड़े अधिकारी या राजनेता की संलिप्तता है?
➡ क्या यह एक बड़ा भ्रष्टाचार घोटाला है, जिसमें कई लोग शामिल हैं?
source internet… साभार….
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