Sampada Portal: मध्यप्रदेश में हाल ही में लॉन्च किए गए सम्पदा पोर्टल-2.0 ने रजिस्ट्री प्रक्रिया को डिजिटाइजेशन की ओर ले जाने का वादा किया था। लेकिन इसके संचालन में आई तकनीकी खामियों के चलते लोगों को रजिस्ट्री करवाना चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है।
प्रमुख समस्याएं:
- सर्वर और सॉफ्टवेयर की खामियां:
- पोर्टल अक्सर ठप हो जाता है या धीमी गति से काम करता है।
- ऑनलाइन दस्तावेज अपलोड करने में घंटों का समय लग रहा है।
- सर्वर पर थोड़ा लोड बढ़ते ही प्रक्रिया रुक जाती है।
- रजिस्ट्री में देरी:
- एक रजिस्ट्री में 3-4 घंटे या उससे अधिक समय लग रहा है।
- विदेश से आए उपयोगकर्ता को 5 घंटे इंतजार के बावजूद रजिस्ट्री पूरी न हो पाने के कारण लौटना पड़ा।
- पुराने पोर्टल की स्लॉट कमी:
- पुराने पोर्टल पर स्लॉट की संख्या घटाई गई है, जिससे लंबी प्रतीक्षा सूची बन रही है।
- कई लोग मजबूरी में नए पोर्टल का उपयोग कर रहे हैं।
- समस्याग्रस्त हेल्प डेस्क:
- हेल्प डेस्क पर संपर्क करने पर भी संतोषजनक सहायता नहीं मिल रही।
- अक्सर जवाब दिया जाता है कि “समस्या हल हो रही है।”
सम्पदा पोर्टल-2.0 के वादे और वास्तविकता:
वादे:
- घर बैठे या विदेश से रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी करने की सुविधा।
- दस्तावेजों की डिजिटल पहचान और गुणवत्ता में सुधार।
- गवाह लाने की आवश्यकता को खत्म करना।
वास्तविकता:
- अभी पोर्टल इन सुविधाओं को प्रभावी रूप से लागू नहीं कर पा रहा है।
- दस्तावेजों की गुणवत्ता बेहतर है, लेकिन प्रक्रिया में देरी उपयोगकर्ताओं को निराश कर रही है।
- सॉफ्टवेयर और सर्वर की खामियां वादों को झूठा साबित कर रही हैं।
विभागीय प्रतिक्रिया:
पंजीयन विभाग ने स्वीकार किया है कि तकनीकी खामियां हैं, और इन्हें धीरे-धीरे सुधारा जा रहा है।
- नए पोर्टल के साथ पुराने पोर्टल का विकल्प भी उपलब्ध है।
- अधिकारियों का दावा है कि सॉफ्टवेयर और सर्वर समस्याओं का समाधान जल्द ही किया जाएगा।
प्रभाव और सुझाव:
- उपभोक्ताओं की कठिनाइयां:
- लंबा इंतजार और अनावश्यक दौड़भाग उपयोगकर्ताओं को निराश कर रहा है।
- विदेश से आए लोगों के लिए यह व्यवस्था खासतौर पर अव्यवस्थित है।
- सरकार के लिए राजस्व पर प्रभाव:
- तकनीकी खामियों के चलते रजिस्ट्री प्रक्रिया धीमी होने से स्टाम्प ड्यूटी राजस्व पर असर पड़ सकता है।
सुझाव:
- सॉफ्टवेयर और सर्वर की क्षमता में सुधार किया जाए।
- पोर्टल को पायलट टेस्टिंग के बाद पूरी तरह लागू किया जाना चाहिए था।
- हेल्प डेस्क को प्रभावी और उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाया जाए।
सम्पदा पोर्टल-2.0 का उद्देश्य रजिस्ट्री प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाना था। लेकिन मौजूदा खामियों ने इसे जटिल और समय लेने वाला बना दिया है। सरकार और पंजीयन विभाग को इसे जल्दी ठीक करने की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
source internet… साभार….
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