ग्रामीण होम स्टे का हुआ शुभारंभ
बैतूल: मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड की जनजातीय पर्यटन योजना के तहत घोड़ाडोंगरी विधानसभा के ग्राम बांचा और बज्जर वाड़ा में निर्मित ग्रामीण होम स्टे का भव्य उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गा दास उईके, मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष मोहन नगर, घोड़ाडोंगरी विधायक गंगा बाई उईके, पूर्व विधायक मंगल सिंह धुर्वे और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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आदिवासी संस्कृति और ग्रामीण पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
कार्यक्रम की शुरुआत भगवान भोलेनाथ के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर की गई। अतिथियों का स्वागत आदिवासी संस्कृति की कलाकृतियों, जैविक गुड़ और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ किया गया। इस दौरान गोंडी नृत्य की शानदार प्रस्तुति ने माहौल को और भी उत्सवमय बना दिया।
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केंद्रीय मंत्री दुर्गा दास उईके ने कहा कि बांचा सौर ऊर्जा से खाना बनाने वाला प्रदेश का पहला गांव है। अब यहां ग्रामीण होम स्टे बनने से इसकी पहचान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होगी। पर्यटक यहां आकर आदिवासी लोकनृत्य, लोकगीत, पूजा-पाठ, बोली-भाषा और पारंपरिक खेती-किसानी का अनुभव ले सकेंगे।
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बैलगाड़ी से पहुंचे होम स्टे
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कार्यक्रम की खास बात यह रही कि केंद्रीय राज्यमंत्री दुर्गा दास उईके को बैलगाड़ी में बिठाकर कार्यक्रम स्थल से होम स्टे तक ले जाया गया। इस बैलगाड़ी को खूबसूरती से सजाया गया था, जो पर्यटन गतिविधि का हिस्सा रही। गांव में लोक संस्कृति के साथ ढोल-नगाड़ों की धुन पर पारंपरिक स्वागत किया गया। इसके बाद मंत्री उईके ने फीता काटकर ग्रामीण होम स्टे का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि होम स्टे से ग्रामीणों को रोजगार मिलेगा और पर्यटकों को प्रकृति के करीब रहने का अनुभव मिलेगा।
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गांव को मिली नई सौगातें
इस दौरान ग्राम बांचा में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने की घोषणा की गई, जिससे गांव में रात के समय उजाला बना रहेगा।
कार्यक्रम के अंत में केंद्रीय मंत्री, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों ने जल जीवन मिशन प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रथ ग्रामीण अंचलों में जल संरक्षण और जल जीवन मिशन की योजनाओं की जानकारी देगा।
बांचा बना पर्यटन का नया केंद्र
मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष मोहन नगर ने कहा कि ग्राम बांचा अब “सोलर विलेज” और “वॉटर विलेज” के बाद “टूरिज्म विलेज” के रूप में भी पहचाना जाएगा। यहां आने वाले पर्यटकों को गांव की संस्कृति, परंपराएं, पारंपरिक व्यंजन और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने का अवसर मिलेगा।
घोड़ाडोंगरी विधायक गंगा बाई उईके ने कहा कि गांव के रीति-रिवाज, खान-पान और जीवनशैली शुद्ध हैं, इसलिए पर्यटन विभाग ने इस अनूठी योजना को विकसित किया है।
ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा विकसित यह होम स्टे परियोजना आदिवासी संस्कृति और ग्रामीण जीवनशैली को करीब से जानने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगी। इससे ग्राम बांचा और बज्जर वाड़ा को पर्यटन नक्शे पर नई पहचान मिलेगी और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए द्वार खुलेंगे।
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