Crop ruined: आठनेर- रसोई में सबसे ज्यादा पसंद करने वाली सब्जी टमाटर और बंद गोभी के वर्तमान दामों को लेकर किसान ख़ासे परेशान नजर आ रहे हैं। फ़सल तैयार करने की लागत तक नहीं निकलने से किसान खेतों में टमाटर और गोभी की फसलों को नष्ट कर रहे तो कुछ किसान अपने पशुओं को खिला रहे हैं। दरअसल बैतूल ज़िले में टमाटर और गोभी का उत्पादन करने में अग्रणी ग्राम धामनगांव में किसानों द्वारा टमाटर और गोभी की फसलों को खेतों से बहार फेंका जा रहा है। जिसका मुख्य कारण वर्तमान में टमाटर 50 रूपए केरेट बिक रहा है तो वहीं बंद गोभी 2 रूपए किलो बिक रही है ऐसे में किसानों की लागत निकला तो दुर इन्हें इकठ्ठा करने की मजदूरी तक नहीं निकल पा रही है।

स्थान: आठनेर, बैतूल
🔹 मुद्दा: टमाटर और बंद गोभी के अत्यधिक कम दामों से किसान परेशान
🔹 वर्तमान स्थिति:
✅ टमाटर: 50 रुपये प्रति केरेट
✅ बंद गोभी: 2 रुपये प्रति किलो
➡️ लागत वसूलना भी मुश्किल:
- एक एकड़ बंद गोभी की लागत ₹40,000 – ₹50,000
- एक एकड़ टमाटर की लागत ₹70,000 – ₹80,000
🌾 समस्या के कारण:
✔️ स्थानीय मंडियों तक सीमित बिक्री – केवल बैतूल और महाराष्ट्र की छोटी मंडियों तक ही पहुंच।
✔️ सही भाव न मिलना – लागत तक नहीं निकल रही, मजदूरी भी मुश्किल।
✔️ कोल्ड स्टोरेज की कमी – किसानों के पास फसल भंडारण की सुविधा नहीं।

⚡ किसानों की मांग:
✅ सब्जियों के लिए समर्थन मूल्य तय हो।
✅ बड़े शहरों तक बिक्री की व्यवस्था हो।
✅ ब्लॉक स्तर पर कोल्ड स्टोरेज बनें।
📢 सरकार को जल्द कदम उठाने की जरूरत, वरना किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है!
Leave a comment