सरपंच के कहने पर कर्ज लिया अब जिम्मेदार कर रहे हाथ खड़े
Worried: मुलताई। ग्राम पंचायत पाबल निवासी वृद्ध महिला प्रधान मंत्री आवास की दूसरी किश्त नहीं मिलने से खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है। महिला द्वारा सरपंच के कहने पर कर्ज लेकर दीवार तो खड़ी कर ली गई लेकिन अब छत नहीं होने से प्लास्टिक आदि डालके बारिश से बचने की कवायद की जा रही है। फुलवा बेवा भादू पंडोले ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना की लापरवाही का शिकार होकर खुले में रहने को मजबूर हैं।
योजना के तहत उन्हें 25 हजार की पहली किश्त दी गई, जिससे उन्होंने अपना कच्चा घर तुड़वाकर नया मकान बनाने का कार्य शुरू किया। लेकिन उसके बाद से उन्हें दूसरी किश्त नहीं मिली, जिसके चलते अधूरा मकान खंडहर बनकर खड़ा है और बरसात में खुले आसमान तले रहने को विवश हैं। वृद्धा ने बताया कि पंचायत द्वारा बार-बार सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है कि राशि आएगी, लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी कोई मदद नहीं मिल रही। मजबूरी में वह कीचड़ भरी जगह पर टीन-फट्टे आदि डालकर रह रही हैं। लगातार बारिश में उनका जीवन दूभर हो गया है। उन्होंने बताया कि न तो जनपद पंचायत और न ही ग्राम पंचायत सरपंच उनकी मदद कर रहे हैं।
सरपंच ने कहा कर्ज ले लो अब मुकर रहा
परेशान वृद्धा ने बताया कि सरपंच ने शुरू में उनसे कर्ज लेकर निर्माण कार्य जारी रखने की बात कही थी, लेकिन अब पल्ला झाड़ते हुए कह रहे हैं कि उनके हाथ में कुछ नहीं है। बेबस महिला ने अपने पड़ोसियों की मदद से 181 पर शिकायत भी दर्ज कराई, परंतु वहां से भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। अब हालात यह हैं कि एक वृद्ध महिला चार किलोमीटर दूर जनपद पंचायत के चक्कर लगाने को मजबूर है, परंतु अधिकारी और जनप्रतिनिधि सभी चुप्पी साधे हुए हैं। पूरे मामले में पाबल सचिव विष्णु देशमुख से इस संबंध में पूछने के लिए कई बार फोन किए गए लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
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