Farming – वैसे तो आपकों राजस्थान का नाम सुनते ही आपके मन में सबसे पहले रेगिस्तान की तस्वीर सामने आ जाती है। जिसके कारण लोगों को लगता है कि राजस्थान में हरियाली नहीं होती है। यहां पर लोग साग-सब्जियों की खेती बिल्कुल भी नही कर पाते होगें।
लेकिन ऐसा कुछ भी नही है। क्योंकि राजस्थान में किसान बिहार और उत्तर प्रदेश की तरह ही हरी सब्जियों की खेती करते हैं। और इस तरह वे लौकी, कद्दू और भिंडी बाजारों में बेचकर रोज कम से कम 1500 रुपये तक की अच्छी खासी कमाई भी कर रहे हैं।
क्योंकि आज हम एक ऐसे ही किसान के बारे में बात करेंगे, जो मीठे पानी में हरी सब्जी उगाकर रोज 1000 से 1500 रुपये की कमाई कर रहे हैं। इस किसान द्वारा उगाई गई हरी सब्जियां को लोग हाथों-हाथ खरीद रहे हैं।
हरियाणा के किसान जैविक विधि से सब्जी की खेती करते है l Farming
वैसे तो आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा के किसान आधे बीघे जमीन पर ही लौकी, कद्दू और भिंडी की खेती कर हर साल लगभग 5 लाख रुपये तक की कमाई कर रहे हैं। उनकी सब्जियों का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं। क्योंकि वे मीठे पानी और जैविक विधि से सब्जी की खेती करते हैं। और यही कारण है कि खेत में उगाई गई सब्जियों का स्वाद भी बहुत ही अच्छा होता है।
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बुवाई करने के कुछ ही दिन बाद भिंडी, लौकी, कद्दू का उत्पादन शुरू हो जाता है
एक-एक फीट की दूरी पर भिंडी की बुवाई की जाती है और मुख्यत: खेती में विशेष रूप से उनकी मदद माली भी करते हैं। क्योंकि हरी सब्जियों की बुवाई करने से पहले खेत की तीन से चार बार जुताई करना आवश्यक होता है और इसके बाद खेत में चार ट्रॉली जैविक खाद भी खेत में डाली जाती है l
और इसके बाद फिर से खेत की जुताई करने का काम प्रारंभ हो जाता है। और उसके तुरंत बाद ही खेत में क्यारी बनाकर एक- एक फीट की दूरी पर भिंडी और दस-दस फीट की दूरी पर लौकी और कद्दू की भी बुवाई की जाती है। बुवाई करने के कुछ ही दिनों बाद भिंडी, लौकी और कद्दू का उत्पादन प्रारंभ हो जाता है।
हरियाण के किसान बाजार में 30 रुपये प्रति किलो भिंडी बेचते हैं l Farming
वैसे तो इन सब्जियों का उत्पादन चार महीने तक होता है। इस तरह वे लौकी, कद्दू और भिंडी बेचकर रोजाना 1500 रुपये तक की अच्छी खासी कमाई भी कर रहे हैं। क्योंकि भिंडी का बाजार में भाव लगभग 30 रुपये किलो चल रहा हैं, जबकि लौकी का भाव बाजार में 20 रुपये किलो तक चल रहा है।
हरियाणा के किसानों का कहना है कि वैसे तो इन सब्जियों की दो-दो दिन के अंदर सिंचाई करनी पड़ती है। और वे रोज 2000 से 3000 रुपये तक की सब्जी बेचते हैं। इसमें से 1000 से लेकर 1500 रुपये की अच्छी खासी इनकम हो जाती है यहां के किसानों की।
Source – Internet
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