Car Sales – लग्जरी कार और छोटी कार 4 मीटर से बड़ी एसयूवी और एमपीवी की बिक्री में लगातार तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। फिलहाल, कार भारतीय बाजारों में बड़ी कारों की हिस्सेदारी कम से कम 10 प्रतिशत तक है। और ग्राहक भी छोटी कारों के बजाय बड़ी कारों की डिमांड ज्यादा कर रहा है। क्योकि ग्राहकों का लग्जरी कारों के प्रति उत्साह भी ज्यादा देखा जा रहा है। यही कारण है कि लोग लग्जरी कारों के प्रति ज्यादा आकर्षित हो रहे है।
लग्जरी कारें बनी लोगों की पहली पंसद | Car Sales
भारत में छोटी कारों के लिए खतरे की आहट सुनाई दे रही है। क्यांकि देश में बड़े साइज की कार तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं। फुल-साइज की यूटिलिटी एसयूवी और मल्टी – पर्पज गाड़ियों (एमपीवी) के शेयर में बहुत ज्यादा हद तक बढ़ोतरी हो रही है।
इससे यह भी पता चलता है कि निजी गाड़ियों की बिक्री में बड़ी गाड़ियां लोगों की पहली पसंद बनती नजर आ रही हैं। भारत जैसे देश में लंबे बहुत लंबे समय से छोटी कारों का ही दबदबा रहा है। हालांकि, अब कमाई बढ़ने और बेहतर जीवनशैली के लिए लोग बड़े आकार की एसयूवी का रुख कर रहे हैं। ये ट्रेंड भारत में ग्राहकों के बदलते के बदलते टेस्ट को दर्शाता है।
कंपनियों ने भी व्यापार का लाभ लेना किया शुरू
लग्जरी कार कंपनियों ने भी इस ट्रेंड का लाभ लेना शुरू कर दिया है। पहले केवल मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू, जगुआर – लैंड रोवर और ऑडी जैसे बड़ी लग्जरी ब्रांड्स ही बड़ी कारे बाजारों में लाते थे हैं। लेकिन, अब भारतीयों की खरीदने की क्षमता भी काफी ज्यादा बढ़ गई है, और भारतीय बाजार में कई अधिमूल्य वेरिएंट्स सामने आए हैं।
इस सेगमेंट में लग्जरी कारों का ही धाक रहा है | Car Sales
मारुति सुजुकी, महिद्रा एंड महिंद्रा, होंडा, हुंडई, किआ, टोयोटा जैसी ऑटो कंपनियों ने भी बड़ी कारों पर दांव खेला है। इस सेगमेंट में लग्जरी कारों का ही धाक रहा है, लेकिन अब बड़ी भारतीय बाजार पर पकड़ बनाए रखने वाली कंपनियां भी लगातार अपनी बिक्री बढ़ा रही हैं।
एसयूवी और एमपीवी का बाजार में हिस्सा बढ़ा
भारतीय बाजार में 4 मीटर से बड़ी एसयूवी और एमपीवी का हिस्सा 10 फीसदी तक पहुंच गया है। जाटो डायनेमिक्स के मुताबिक, ऐसी छोटी कारों के लिए लोकप्रिय कंपनी मारुति सुजुकी जैसी कंपनी में भी बड़ी कारों की हिस्सेदारी 10 प्रतिशत को पार कर चुकी है।
और दूसरी तरफ, कार की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए 4 मीटर से छोटी कारों पर करों में भी भारी छूट दी जाती है। इसका हिस्सा तीन सालों में 6 प्रतिशत से कम होकर बढ़कर 72 प्रतिशत हो गया है।
लग्जरी कारोंं की मांग | Car Sales
4,500 एमएम से बड़ी अधिमूल्य कारों में एसयूवी और एमपीवी का इंडस्ट्री में हिस्सा तीन सालों में 6 प्रतिशत से बढ़कर 11 प्रतिशत तक हो गया है। वहीं, 4 – 4.5 मीटर सेगमेंट की 16.17 प्रतिशत तक हिस्सेदारी है। भारत में धीरे-धीरे छोटी कारों का ओहदा आहिस्ता-आहिस्ता खत्म होता जा रहा है। लोग बड़े और लाइफस्टाइल गाड़ियों की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं।
इसी वजह से बढ़ रही लग्जरी कारों की बिक्री
थ्री- रो एमपीव्ही और एसयूवी लोगों को नवीनतम और आधुनिक फीचर्स का लाभ भी देती हैं। खासतौर पर शहरी ग्राहकों के लिए इन कारों में काफी कुछ होता है। आप अपने बड़े परिवार, समूह और दोस्तो के साथ आसानी से यात्रा भी कर सकते हैं। और यात्रा का आनंद अपनी सहूलियत के अनुसार बड़ी लग्जरी कारें ग्राहकों की सबसे अच्छी पसंद बनती जा रही है। वहीं, छोटी कारों की मांग में आगे भी कमी देखने को मिल सकती है।
Source – Internet
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