Saturday , 15 February 2025
Home Active Makar Sankranti 2024: मकर संक्रांति  कब  और कैसे मनाएं , मकर संक्रांति के  लाभ और महत्व जानिए 
Activeदेश

Makar Sankranti 2024: मकर संक्रांति  कब  और कैसे मनाएं , मकर संक्रांति के  लाभ और महत्व जानिए 

मकर संक्रांति 2024: मकर संक्रांति का त्योहार देश के सभी हिस्सों में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस त्यौहार को खिचड़ी, उत्तरायण आदि नामों से भी जाना जाता है। यह त्यौहार तब मनाया जाता है जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है। हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का बहुत महत्व है। यह दिन जप, तप और दान के लिए बहुत शुभ माना जाता है। यह अवकाश 14 जनवरी या 15 जनवरी को मनाया जाता है। इसलिए इस त्योहार की तारीख को लेकर अक्सर लोगों में भ्रम की स्थिति बनी रहती है। इस साल भी लोग मकर संक्रांति की सही तारीख को लेकर संशय में हैं. यहां ज्योतिषी से जानिए इसके बारे में-

Makar Sankranti 2024: मकर संक्रांति  कब  और कैसे मनाएं , मकर संक्रांति के  लाभ और महत्व जानिए 

जानिए कब मनाई जाएगी मकर संक्रांति

ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र का कहना है कि इस साल सूर्य 14 जनवरी की रात 02:44 बजे मकर राशि में प्रवेश करेगा। ऐसे में यह त्योहार अगले दिन यानी सोमवार 15 जनवरी को मनाया जाएगा। मकर संक्रांति के साथ ही सूर्य अस्त हो जाता है और सभी शुभ कार्य शुरू हो जाते हैं।

मकर संक्रांति पुण्य काल

मकर संक्रांति पर पवित्र नदियों में स्नान, जप, तप और दान का विशेष महत्व है। माना जाता है कि इस दिन ये काम करने से कई गुना पुण्य प्राप्त होता है। मकर संक्रांति के दिन आप किसी भी समय दान, जप-तप आदि कर सकते हैं क्योंकि पूरा दिन शुभ होता है। लेकिन अगर महापुण्यकाल की बात करें तो यह सुबह 7:00 बजे से 8:46 बजे तक रहेगा।

Makar Sankranti 2024: मकर संक्रांति  कब  और कैसे मनाएं , मकर संक्रांति के  लाभ और महत्व जानिए 

Read also :- Ram Mandir :अयोध्या में भव्य राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक , कार्यक्रम कब होने वाला है.  जानिए पूरी जानकारी

मकर संक्रांति का महत्व

सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास समाप्त हो जाता है और विवाह, मुंडन, अनुमोदना आदि शुभ कार्य शुरू हो जाते हैं। इस दिन से सूर्य उगना शुरू हो जाता है और धीरे-धीरे दिन बड़ा और रात छोटी होने लगती है। शास्त्रों में उत्तरायण को शुभ माना गया है। कहा जाता है कि महाभारत काल में भीष्म पितामह ने अपने प्राण त्यागने से पहले सूर्योदय का इंतजार किया था। इस दिन तिल, गुड़, खिचड़ी, कंबल, गर्म कपड़े, घी आदि का दान शुभ माना जाता है।

मकर संक्रांति कैसे मनाये

मकर संक्रांति के दिन सुबह जल्दी स्नान करना चाहिए। पवित्र नदी में या शुद्ध जल में गंगा जल मिलाकर स्नान करें।
स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए। अर्घ्य देते समय तांबे के लोटे में जल लें और उसमें काले तिल, गुड़, लाल चंदन, लाल फूल, अक्षत आदि डालें। अर्घ्य देते समय ‘ओम सूर्याय नम:’ या किसी अन्य सूर्य मंत्र का जाप करना चाहिए।

इसके बाद जरूरतमंदों को दान देना चाहिए। इस दिन काली उड़द, चावल, गुड़, तिल, घी आदि का दान बहुत शुभ माना जाता है। इसके अलावा आप फल, कंबल, गर्म कपड़े आदि भी दान कर सकते हैं।
इस दिन खिचड़ी बनाने और खाने का भी विशेष महत्व है। इसके अलावा कई लोग गरीबों और जरूरतमंदों को खिचड़ी भी बांटते हैं।
मकर संक्रांति के दिन गुजरात, राजस्थान आदि कई जगहों पर पतंगें उड़ाई जाती हैं। इसी वजह से कई लोग इस त्योहार को पतंग महोत्सव भी कहते हैं।

Read also :- Makar Sankranti 2024: इस बार मकर संक्रांति के अवसर पर  करे दान , नष्ट होंगे सारे पाप  जानिए पूरी जानकारी 

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

NHAI news:विधायक के साथ वाहन मालिकों ने भी किया टोल का विरोध

कुंडी टोल प्लाजा को लेकर नागरिकों में पनपने लगा है आक्रोश बैतूलवाणी...

Cancer day:मोबाइल का कम सेकम उपयोग करें: नेहा गर्ग

कैंसर डे पर संजीवनी स्कूल में हुआ जागरूकता कार्यक्रम बैतूल। वर्तमान में...

NHAI news:कुंडी टोल प्लाजा को लेकर आमजन में आक्रोश

विधायक के समर्थन में उतरे लोग, बोले: अभी शुरू ना हो टोल...