विभागीय त्रुटि का जिम्मेदार बता रहे उद्योगपतियों को
Electricity Company – बैतूल – जिला मुख्यालय के 40 उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश विद्युत मंडल द्वारा बिना सील के एक पत्र दिया गया है जिसमें अलग-अलग उद्योगों से अलग-अलग राशि की मांग की गई है। जिसमें 7 दिवस पर अनिवार्य रूप से जमा करने का लिखा गया है। यह राशि एचवीसीएमएस हेड में अलग-अलग मांगी गई है।
- Also Read – Electricity Bill In 1940 – 83 साल पहले आता था मात्र इतना बिजली बिल, सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
बैतूल शहर जोन 1 प्रबंधक के हस्ताक्षर से जारी इस पत्र में यह उल्लेखित है कि एचवीसीएमएस प्रणाली द्वारा आपके विद्युत संयोजन की बिलिंग जांच उपरांत एनजीबी प्रोग्राम द्वारा एनर्जी एवं फिक्स चार्ज की कम बिलिंग होना पाया गया है। अत: डिफरेंस राशि का भुगतान सात दिनों में करें। इस पत्र को लेकर आज जिला उद्योग संघ के पदाधिकारी विद्युत मंडल के महाप्रबंधक श्री गौर से मिले। श्री गौर ने संघ को बताया कि उन्होंने कहा कि उन्हें इस तरह के पत्र की कोई जानकारी नहीं है। जानकारी प्राप्त करके ही बता पाएंगे।
समय पर किया जाता है भुगतान | Electricity Company
जिला उद्योग संघ के पदाधिकारी अध्यक्ष अशीष पांडे ने खबरवाणी को बताया कि उद्योगपतियों द्वारा विद्युत मंडल की सभी वाजिब राशि का भुगतान समय पर किया जाता है। इस तरह से विभागीय त्रुटि के लिए उद्योगपतियों को जिम्मेदार बताना गलत है। और जिन संबंधित अधिकारियों से यह त्रुटि हुई है तो उन पर नियमानुसार कार्यवाही की जाना चाहिए।
उद्योगपति थे मौजूद | Electricity Company
महाप्रबंधक श्री गौर से चर्चा करने के अवसर पर जिला उद्योग संघ के पदाधिकारियों एवं सदस्यों में आशीष पांडे, अम्बेश बलुआपुरी, इकबाल पटेल, अनिल अग्रवाल, पीयूष तिवारी, राहुल कावरे, नवनीत बौरासी, प्रवक्ता सुदर्शन सिंह धंजल, सुरेंद्र कपूर, मोक्षल चावड़ा, विवेक शुक्ला, प्रवीण बामने सहित अन्य उद्योगपति मौजूद थे।
Leave a comment